लोकसभा चुनाव 2024: 10 साल आगे की सोचता है युवा, सरकार को उनकी आकांक्षाओं के बारे में सोचना पड़ेगा पीएम मोदी (आईएएनएस साक्षात्कार)

10 साल आगे की सोचता है युवा, सरकार को उनकी आकांक्षाओं के बारे में सोचना पड़ेगा  पीएम मोदी (आईएएनएस साक्षात्कार)
लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होना है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इस सब के बीच उन्होंने आईएएनएस की टीम के साथ समय निकालकर बातचीत की। उन्होंने देश के राजनीतिक हालात, भ्रष्टाचार, डिजिटल इंडिया सहित देश के तमाम मुद्दों पर इस साक्षात्कार में अपनी बातें रखी।

नई दिल्ली, 27 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण का मतदान 1 जून को होना है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुनावी कार्यक्रम में व्यस्त हैं। इस सब के बीच उन्होंने आईएएनएस की टीम के साथ समय निकालकर बातचीत की। उन्होंने देश के राजनीतिक हालात, भ्रष्टाचार, डिजिटल इंडिया सहित देश के तमाम मुद्दों पर इस साक्षात्कार में अपनी बातें रखी।

उन्होंने आईएएनएस के साक्षात्कार में 'फर्स्ट टाइम वोटर्स' के साथ अपने जुड़ाव को लेकर भी अपनी राय जाहिर की। उन्होंने फर्स्ट टाइम वोटर्स का अपने साथ कनेक्ट का कारण भी बताया। पीएम मोदी ने कहा कि एक तो मैं उनके (युवाओं के) आकांक्षा को समझ पाता हूं।

उन्होंने कहा कि जो पुरानी सोच है कि वह घर में अपने पहले पांच थे तो अब 7 में जाएंगे, सात थे तो नौ में जाएंगे, ऐसा नहीं है। वह पांच से भी सीधा 100 पर जाना चाहता है। आज का युवा हर क्षेत्र में बड़ा जंप लगाना चाहता है। हमें वह लॉन्चिंग पैड क्रिएट करना चाहिए, ताकि हमारे यूथ की आकांक्षा को हम पूरा कर सकें। इसलिए, हमें यूथ को समझना चाहिए।

पीएम मोदी ने आगे कहा, "मैं 'परीक्षा पर चर्चा' करता हूं और मैंने देखा है कि मुझे लाखों युवकों से ऐसे बात करने का मौका मिलता है जो 'परीक्षा पर चर्चा' तो करते हैं। लेकिन, वह मेरे साथ 10 साल के बाद की बात भी करते हैं। मतलब वह एक नई जनरेशन है। अगर सरकार और सरकार की लीडरशिप इस नई जनरेशन की आकांक्षा को समझने में विफल हो गई तो बहुत बड़ी गैप हो जाएगी। आपने देखा होगा कोविड में मैं बार-बार चिंतित था कि मेरे यह फर्स्ट टाइम वोटर जो अभी हैं, वह कोविड के समय में 14-15 साल के थे, तो मैं सोचता था कि अगर यह चार दीवारों में फंसे रहेंगे तो इनका बचपन मर जाएगा। उनकी जवानी आएगी नहीं। वह बचपन से सीधे बुढ़ापे में चले जाएंगे। यह गैप कौन भरेगा? तो, मैं उसके लिए चिंतित था। मैं उनसे वीडियो कॉन्फ्रेंस से बात करता था। मैं उनको समझाता था कि आप यह करिए।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि इसलिए हमने कोविड के काल में डेटा एकदम सस्ता कर दिया। उस समय मेरा डेटा सस्ता करने के पीछे तर्क था। युवा आसानी से इंटरनेट का उपयोग करते हुए नई दुनिया की तरफ मुड़ें और वह हुआ। उसका हमें फायदा हुआ है। भारत ने कोविड की मुसीबतों को अवसर में बदलने में बहुत बड़ा रोल प्ले किया है और आज जो डिजिटल रिवॉल्यूशन आया है, फिनटेक का जो रिवॉल्यूशन आया है, वह हमने आपदा को अवसर में पलटा उसके कारण आया है तो मैं टेक्नोलॉजी के सामर्थ्य को समझता हूं। मैं टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देना चाहता हूं।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   27 May 2024 6:51 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story