बैडमिंटन: 28 अगस्त विशेष जब पीवी सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में जीता था सिल्वर मेडल

28 अगस्त विशेष  जब पीवी सिंधु ने बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में जीता था सिल्वर मेडल
पीवी सिंधु ने 2016 में ब्राजील के रियो में हुए ओलंपिक में बैडमिंटन में सिल्वर मेडल जीता था। वह ओलंपिक में बैडमिंटन में सिल्वर जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी थीं। उनकी इस सफलता ने देश ही नहीं दुनिया में उन्हें लोकप्रिय बना दिया था। सिंधु की सफलता पर देश को गर्व था। अपने आक्रामक खेल के लिए मशहूर सिंधु ने 2017 में भी देश को यह गर्व का पल दिया था।

नई दिल्ली, 4 जुलाई (आईएएनएस)। पीवी सिंधु ने 2016 में ब्राजील के रियो में हुए ओलंपिक में बैडमिंटन में सिल्वर मेडल जीता था। वह ओलंपिक में बैडमिंटन में सिल्वर जीतने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी थीं। उनकी इस सफलता ने देश ही नहीं दुनिया में उन्हें लोकप्रिय बना दिया था। सिंधु की सफलता पर देश को गर्व था। अपने आक्रामक खेल के लिए मशहूर सिंधु ने 2017 में भी देश को यह गर्व का पल दिया था।

2017 में बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप स्कॉटलैंड के ग्लासगो में खेला गया था। महिला एकल का फाइनल मुकाबला पीवी सिंधु और जापान की नोजोमी ओकुहारा के बीच खेला गया था। इस मैच में भी सिंधु को हार का सामना करना पड़ा था। देश को उम्मीद थी कि ओलंपिक में रजत जीतने वाले सिंधु इस बार स्वर्ण पदक जीतेंगी लेकिन ऐसा नहीं हो सका। हालांकि, बैडमिंटन के सबसे बड़े वैश्विक टूर्नामेंट में रजत पदक जीतना भी आसान नहीं है। इसलिए घर वापसी पर सिंधु का विजेता की तरह स्वागत किया गया था।

यह मैच स्कॉटलैंड के समय के मुताबिक 27 अगस्त को हुआ था लेकिन देर रात मैच होने के कारण भारत में इसे 28 अगस्त को देखा गया था।

सिंधु 2018 में भी बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप का फाइनल हारी थीं। लेकिन, 2019 में उन्होंने स्वर्ण पदक का इंतजार समाप्त किया था। फाइनल में उन्होंने नोजोमी ओकुहारा को हराया था।

पीवी सिंधु बैडमिंटन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर भारत का सबसे बड़ा चेहरा हैं। उनका जन्म 5 जुलाई 1995 को हैदराबाद में हुआ था। उनका पूरा नाम पुसरला वेंकट सिंधु है। वह 6 साल की उम्र से बैडमिंटन खेल रही हैं।

सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर और 2020 टोक्यो ओलंपिक में ब्रांज मेडल जीता है। विश्व चैंपियनशिप में 1 गोल्ड, 2 सिल्वर, 2 ब्रांज, कॉमनवेल्थ में 2 गोल्ड, 2 सिल्वर और 1 ब्रांज, और एशियन चैंपियनशिप में 2 ब्रांज मेडल जीते हैं।

ओलंपिक और विश्व चैंपियनशिप में पीवी सिंधु की सिल्वर मेडल वाली सफलता ने देश में बैडमिंटन का एक बड़ा वर्ग तैयार किया। मौजूदा समय में बैडमिंटन के किसी भी अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारतीय प्रशंसक उसी तरह रुचि लेते हैं, जैसे क्रिकेट व अन्य खेल में।

बैडमिंटन में असाधारण प्रदर्शन के लिए सिंधु को भारत सरकार ने 2013 में अर्जुन पुरस्कार, 2015 में पद्म श्री, 2016 में खेल रत्न पुरस्कार और 2020 में पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया था।

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Created On :   27 Aug 2025 7:16 PM IST

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