85 प्रतिशत भारतीय व्यवसायों के लिए सऊदी अरब निवेश का एक आकर्षक डेस्टिनेशन

85 प्रतिशत भारतीय व्यवसायों के लिए सऊदी अरब निवेश का एक आकर्षक डेस्टिनेशन
भारतीय व्यवसायों का कुल 85 प्रतिशत हिस्सा वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सऊदी अरब को व्यापार और निवेश के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन के रूप में देखता है। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

मुंबई, 13 नवंबर (आईएएनएस)। भारतीय व्यवसायों का कुल 85 प्रतिशत हिस्सा वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच सऊदी अरब को व्यापार और निवेश के लिए एक आकर्षक डेस्टिनेशन के रूप में देखता है। यह जानकारी गुरुवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

एचएसबीसी रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, 78 प्रतिशत भारतीय व्यवसाय अगले 6 महीनों में सऊदी अरब में अपना निवेश बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। यह मिडल ईस्ट से बाहर मौजूद किसी भी मार्केट के मुकाबले कमिटमेंट के सबसे उच्च लेवल को दिखाता है।

इंडियन बिजनेस लीडर्स सऊदी अरब में व्यापार और निवेश बढ़ाने को लेकर मजबूत इरादा रखते हैं। यह सऊदी अरब के विजन 2030 के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य एक मजबूत, स्थिर इकोनॉमी बनने के साथ विकास के अवसरों को आकर्षक बनाना है।

एचएसबीसी बैंक मिडल ईस्ट के एमईएनएटी सीईओ सेलिम केरवांसी ने कहा, "हमारी रिसर्च सऊदी अरब के इकोनॉमिक ट्रांसफॉर्मेसन में इंटरनेशन बिजनेस के बढ़ते विश्वास को दिखाती है।"

रिपोर्ट ने 50 मिलियन डॉलर से 500 मिलियन डॉलर तक का सालाना रेवेन्यू जेनरेट करने वाले ऐसे 4000 बिजनेस डिसिजन मेकर्स का सर्वे किया, जो इंटरनेशल ऑपरेशन को देखते हैं। रिपोर्ट सऊदी अरब और 8 बड़े ग्लोबल मार्केट्स के बीच विस्तारित व्यापार और इन्वेस्टमेंट लिंक के इनसाइट को दर्शाती है।

बीते कुछ वर्षों में सऊदी अरब और भारत के बीच द्विपक्षीय व्यापार संबंध तेजी से आगे बढ़े हैं। भारत सऊदी अरब का दूसरा सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है, जबकि सऊदी अरब भारत का पांचवा सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर है। वित्त वर्ष 2024-25 में दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार 41.88 अरब डॉलर दर्ज किया गया था।

सऊदी अरब में बिजनेस करने को लेकर भारतीय रेस्पोन्डेंट्स के अलग-अलग मत रहे। सर्वे में शामिल 60 भारतीय रेस्पोन्डेंट्स ने सऊदी अरब की बढ़ती अर्थव्यवस्था को इसका कारण बताया। वहीं, 56 प्रतिशत रेस्पोन्डेंट्स ने आर्थिक स्थिरती की बात कही और 51 प्रतिशत रेस्पोन्डेंट्स ने सऊदी अरब की बिजनेस-फ्रेंडली पॉलिसी को एक अहम कारण बताया।

एचएसबीसी इंडिया के बैंकिंग प्रमुख अजय शर्मा ने कहा कि सऊदी अरब के 2030 के विजन और भारत के विकसित भारत विजन के बीच स्ट्रैटेजिक तालमेल व्यापार और निवेश के लिए कई नए अवसरों को पेश करता है।

भारतीय आईटी और टेक फर्म सऊदी अरब के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन में योगदान दे रही हैं। जबकि हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स, माइनिंग, स्टार्टअप्स को लेकर भी इंटरेस्ट बढ़ रहा है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   13 Nov 2025 8:01 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story