व्यापार: आरबीआई ने 2024 में जनवरी से अक्टूबर के बीच खरीदा 5 गुणा ज्यादा गोल्ड रिपोर्ट

आरबीआई ने 2024 में जनवरी से अक्टूबर के बीच खरीदा 5 गुणा ज्यादा गोल्ड  रिपोर्ट
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस साल जनवरी से लेकर अक्टूबर की अवधि में 77 टन गोल्ड खरीदा है। इसमें से करीब 27 टन गोल्ड केवल अक्टूबर में खरीदा गया है। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा संकलित आंकड़ों पर आधारित वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट में दी गई।

मुंबई, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इस साल जनवरी से लेकर अक्टूबर की अवधि में 77 टन गोल्ड खरीदा है। इसमें से करीब 27 टन गोल्ड केवल अक्टूबर में खरीदा गया है। यह जानकारी अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा संकलित आंकड़ों पर आधारित वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) की रिपोर्ट में दी गई।

डब्ल्यूजीसी ने कहा कि आरबीआई द्वारा 2024 के पहले 10 महीनों में खरीदा गया गोल्ड 2023 की समान अवधि की गई सोने की खरीद की तुलना में 5 गुणा अधिक है।

आंकड़ों के मुताबिक, आरबीआई का गोल्ड भंडार अब बढ़कर 882 टन हो गया है, जिसमें से 510 टन गोल्ड भारत में है।

डब्ल्यूजीसी के मुताबिक, उभरती अर्थव्यवस्थाओं के केंद्रीय बैंकों ने गोल्ड की खरीद में बाजार पर अपना वर्चस्व जारी रखा है। तुर्की और पोलैंड ने जनवरी-अक्टूबर 2024 तक अपने भंडार में क्रमशः 72 टन और 69 टन गोल्ड जोड़ा है।

रिपोर्ट में आगे कहा गया कि पूरे वर्ष में हुई शुद्ध गोल्ड खरीद में इन तीनों केंद्रीय बैंकों की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत रही है।

आरबीआई के साथ दुनिया के केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़ी मात्रा में गोल्ड खरीदने की वजह, इसे सुरक्षित संपत्ति माना जाना है। महंगाई और वैश्विक अस्थिरता के समय यह एक हेज के रूप में भी काम करता है।

केंद्रीय बैंक द्वारा अधिक मात्रा में गोल्ड खरीदने से सोने की कीमतों में भी बढ़त देखी जा रही है।

रिजर्व बैंक ने इस साल की शुरुआत में यूनाइटेड किंगडम में बैंक वॉल्ट में रखे अपने 100 मीट्रिक टन गोल्ड को भारत में अपने वॉल्ट में स्थानांतरित कर दिया था, क्योंकि देश में पर्याप्त घरेलू भंडारण क्षमता थी।

गोल्ड के भंडार को स्थानांतरित करने से ब्रिटेन में वॉल्ट के उपयोग के लिए भुगतान किए जाने वाले शुल्क की बचत होने की उम्मीद है।

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने जून में कहा था, "हाल के वर्षों में, डेटा से पता चलता है कि रिजर्व बैंक अपने भंडार के हिस्से के रूप में गोल्ड खरीद रहा है। हमारे पास पर्याप्त घरेलू भंडारण क्षमता है। इस कारण देश के बाहर रिजर्व के हिस्से को देश के भीतर संग्रहीत करने का निर्णय लिया गया।"

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   6 Dec 2024 7:09 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story