समाज: शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद गुजरात सबसे आगे, मध्यप्रदेश ने दिखाई तेजी

नई दिल्ली, 7 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के बड़े राज्यों में गुजरात प्रति व्यक्ति शुद्ध राज्य घरेलू उत्पाद (एनएसडीपी) के मामले में सबसे आगे निकल गया है। वर्ष 2023–24 में गुजरात का प्रति व्यक्ति एनएसडीपी 1.96 लाख रुपए दर्ज किया गया, जो राज्यों की औसत आय का संकेतक है।
इसके बाद कर्नाटक 1.92 लाख रुपए के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि हरियाणा 1.83 लाख रुपए और तमिलनाडु 1.80 लाख रुपए के साथ क्रमशः तीसरे और चौथे स्थान पर रहे।
गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु राष्ट्रीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में प्रत्येक 8 से 9 प्रतिशत तक का योगदान देते हैं। हालांकि, महाराष्ट्र की प्रति व्यक्ति आय वृद्धि दर पिछले दशक में अन्य समकक्ष राज्यों की तुलना में धीमी रही है, जिससे यह संकेत मिलता है कि राज्य के कुल उत्पादन और व्यक्ति की समृद्धि के बीच असंतुलन पैदा हुआ है।
भारत के आर्थिक भूगोल पर नजर डालें तो दक्षिण और पश्चिमी राज्यों महाराष्ट्र, गुजरात, कर्नाटक और तमिलनाडु ने निरंतर अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। वहीं, मध्यप्रदेश ने भी उत्साहजनक आर्थिक सुधार दिखाया है।
मध्यप्रदेश की प्रति व्यक्ति एनएसडीपी वर्ष 2011–12 में 38,497 रुपए थी, जो 2023–24 में बढ़कर 67,300 रुपए हो गई। यह लगभग 4.8 प्रतिशत की औसत वार्षिक वृद्धि दर को दर्शाता है, जो महाराष्ट्र (4.3 प्रतिशत) और हरियाणा (4.6 प्रतिशत) से अधिक है।
हाल ही में संसद में पेश किए गए आंकड़ों में केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने राज्यवार प्रति व्यक्ति आय का विवरण दिया। ये आंकड़े स्थिर 2011–12 की कीमतों पर आधारित हैं, जिससे महंगाई के प्रभाव को हटाकर वास्तविक आय वृद्धि का सही आकलन हो सकता है।
कर्नाटक और तमिलनाडु ने अपनी बेहतर स्थिति के लिए सुशासन और लगातार नीतिगत हस्तक्षेपों को श्रेय दिया है।
संदर्भ के लिए, भारत की राष्ट्रीय प्रति व्यक्ति आय 2023–24 में स्थिर कीमतों पर 1.09 लाख रुपए और चालू कीमतों पर 1.89 लाख रुपए रही।
उत्तर भारत के राज्य पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश भी अपेक्षाकृत अच्छी आय स्तर पर बने हुए हैं। क्षेत्रीय असमानता मुख्यतः दक्षिण और पश्चिम में औद्योगिक, सेवा और आईटी क्षेत्रों की सतत वृद्धि और उत्तर भारत के कुछ राज्यों में कृषि उत्पादकता के बेहतर प्रदर्शन के कारण है।
राष्ट्रीय जीडीपी में महाराष्ट्र ऐतिहासिक रूप से अग्रणी रहा है, जो लगभग 13 प्रतिशत का योगदान करता है।
हालांकि 2024–25 के आंकड़े अभी केवल 28 में से 16 राज्यों के लिए उपलब्ध हैं, लेकिन 2023–24 के पूर्ण आंकड़े क्षेत्रीय समृद्धि की एक स्पष्ट तस्वीर पेश करते हैं। 2011–12 से गुजरात प्रति व्यक्ति एनएसडीपी में लगातार अग्रणी रहा है और कर्नाटक उसके बाद दूसरे स्थान पर बना हुआ है।
हाल के वर्षों में तमिलनाडु ने उल्लेखनीय प्रगति की है, हरियाणा को पीछे छोड़ते हुए तेलंगाना के साथ अंतर को कम किया है।
2023–24 में तेलंगाना की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय औसत का 1.94 गुना रही, जबकि आंध्रप्रदेश का आंकड़ा 1.32 रहा। इसी तरह उत्तराखंड की प्रति व्यक्ति आय राष्ट्रीय स्तर से 1.41 गुना रही, जबकि उत्तरप्रदेश 0.51 पर रहा। छत्तीसगढ़ का आंकड़ा 0.8 और मध्यप्रदेश का 0.77 रहा।
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Created On :   7 Aug 2025 10:30 PM IST