स्वास्थ्य/चिकित्सा: जेआईबीएस ने स्वास्थ्य देखभाल पहल को बढ़ाने को हरियाणा सरकार के साथ किया समझौता

जेआईबीएस ने स्वास्थ्य देखभाल पहल को बढ़ाने को हरियाणा सरकार के साथ किया समझौता
हरियाणा में स्वास्थ्य सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) ने विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

चंडीगढ़, 12 फरवरी (आईएएनएस)। हरियाणा में स्वास्थ्य सेवा के लिए एक महत्वपूर्ण विकास में, स्वास्थ्य विभाग, हरियाणा और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) ने विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल सहयोग बढ़ाने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए।

6 फरवरी को चंडीगढ़ में आयोजित औपचारिक हस्ताक्षर समारोह का उद्देश्य अकादमिक अनुसंधान और व्यावहारिक स्वास्थ्य देखभाल समाधानों के बीच अंतर को पाटना है।

एमओयू का उद्देश्य सरकारी पहल के साथ सामुदायिक स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण और जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देना है।

एमओयू के तहत, दोनों संस्थाओं ने सामुदायिक स्वास्थ्य, मानसिक कल्याण और सरकारी पहल के अनुरूप जागरूकता अभियानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों की रूपरेखा तैयार की है।

हरियाणा स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक डॉ. मनीष बंसल और ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज (जेआईबीएस) के डीन प्रोफेसर (डॉ.) पुलकित खन्ना ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में संयुक्त प्रयासों के लिए अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया।

इस मौके पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में हरियाणा के स्वास्थ्य विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. जी अनुपमा, हरियाणा के स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉ. रणदीप सिंह पूनिया, ओपी जिंदल ग्लोबल के मुख्य अनुपालन अधिकारी प्रोफेसर (डॉ.) नितेश बंसल, विश्वविद्यालय और जिंदल स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ एंड ह्यूमन डेवलपमेंट के डीन प्रोफेसर (डॉ.) स्टीफन मार्क्स व अन्य शामिल थे।

सहयोग में छात्र प्रशिक्षण कार्यक्रम, संयुक्त आउटरीच पहल, संयुक्त परियोजनाएं और क्षमता निर्माण प्रयासों सहित कई गतिविधियां शामिल हैं।

जेआईबीएस के छात्रों को हरियाणा के 22 जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं में अल्पकालिक प्रशिक्षण और इंटर्नशिप से गुजरने का अवसर मिलेगा, इससे उन्हें मूल्यवान व्यावहारिक अनुभव मिलेगा।

इसके अलावा, जेआईबीएस संकाय सदस्य स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करेंगे, इससे शिक्षा जगत और सार्वजनिक स्वास्थ्य क्षेत्र के बीच कौशल और ज्ञान का आदान-प्रदान बढ़ेगा।

जेआईबीएस के डीन डॉ. पुलकित खन्ना ने साझेदारी के महत्व पर जोर देते हुए कहा, "यह सहयोग अकादमिक अनुसंधान और व्यावहारिक स्वास्थ्य देखभाल समाधानों के बीच अंतर को पाटने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।"

उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य और कल्याण पर सार्थक प्रभाव डालने के उद्देश्य से सामूहिक प्रयासों को रेखांकित किया।

छात्र प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण के अलावा, समझौता ज्ञापन गंभीर स्वास्थ्य मुद्दों का समाधान करने और सामुदायिक कल्याण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संयुक्त आउटरीच व सामुदायिक पहल की रूपरेखा तैयार करता है।

संयुक्त परियोजनाएं सामुदायिक स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगी, इसमें बेहतर सार्वजनिक स्वास्थ्य परिणामों के लिए सरकारी पहलों का समर्थन करने वाले जागरूकता अभियान भी शामिल होंगे।

खन्ना ने कहा," हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य विभाग और जिंदल इंस्टीट्यूट ऑफ बिहेवियरल साइंसेज के बीच साझेदारी सामुदायिक स्वास्थ्य और कल्याण में ठोस सुधार लाने और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में भविष्य के सहयोग के लिए एक मिसाल कायम करने का वादा करती है।"

यह उल्लेख करना उचित है कि जेआईबीएस ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी का एक अग्रणी अनुसंधान संस्थान है, जो बहु-विषयक दृष्टिकोण से मानव व्यवहार की खोज और समझने के लिए समर्पित है। 2014 में स्थापित, जेआईबीएस तेजी से व्यवहार विज्ञान अनुसंधान और शिक्षाशास्त्र के क्षेत्र में अग्रणी बन गया है, जो अपने अनुभवजन्य दृष्टिकोण और अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाना जाता है।

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Created On :   23 Feb 2024 6:36 PM IST

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