स्वास्थ्य/चिकित्सा: खसरे की चपेट में नामीबिया का उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र, सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश

खसरे की चपेट में नामीबिया का उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र, सरकार ने जारी किए दिशा निर्देश
नामीबिया के उत्तर-पश्चिमी कुनेने क्षेत्र स्थित ओपुवो जिले में खसरे का प्रकोप बढ़ा है। देश के स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा मंत्रालय ने इसे देखते हुए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 20 संदिग्ध मामलों में से 10 का परीक्षण पॉजिटिव आया है।

विंडहोक, 17 सितंबर (आईएएनएस)। नामीबिया के उत्तर-पश्चिमी कुनेने क्षेत्र स्थित ओपुवो जिले में खसरे का प्रकोप बढ़ा है। देश के स्वास्थ्य और सामाजिक सेवा मंत्रालय ने इसे देखते हुए जरूरी दिशा निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि 20 संदिग्ध मामलों में से 10 का परीक्षण पॉजिटिव आया है।

स्वास्थ्य एवं सामाजिक सेवा मंत्री एस्परेंस लुविंदाओ ने एक बयान में कहा कि सभी मरीजों की हालत स्थिर है और किसी की मौत नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि नामीबिया के राष्ट्रीय स्वास्थ्य दिशानिर्देशों के अनुसार, दो प्रयोगशालाओं ने खसरे के कई मामलों की पुष्टि की है।

उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने अपनी निगरानी व्यवस्था को मजबूत कर दिया है, जन जागरूकता अभियान तेज कर दिया है और छह महीने से 15 साल के बच्चों के लिए बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान चलाया गया है।

मंत्री ने कहा, "12 सितंबर तक, कुल 1,525 बच्चों का टीकाकरण किया जा चुका था। 17 सितंबर से 3 अक्टूबर, 2025 तक एक जिला-व्यापी अभियान चलाया जाएगा, जिसका लक्ष्य 28,000 से अधिक बच्चों को टीका लगाना है।"

लुविंदाओ के अनुसार, अधिकतर पुष्ट मामले ऐसे हैं जिनमें पीड़ित को खसरे का टीका नहीं लगा था, और यही नियमित बाल टीकाकरण के महत्व को रेखांकित करता है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने माता-पिता और देखभाल करने वालों से आग्रह किया कि वे सुनिश्चित करें कि सभी बच्चों का पूर्ण टीकाकरण हो और बुखार व चकत्ते जैसे लक्षण दिखाई देने पर तुरंत चिकित्सा सहायता लें।

खसरा एक अत्यधिक संक्रामक रोग है जो वायरस से होता है। यह संक्रमित व्यक्ति के सांस लेने, खांसने या छींकने से आसानी से फैलता है। यह गंभीर बीमारी, जटिलताएं और यहां तक कि मृत्यु का कारण भी बन सकता है।

खसरा किसी को भी हो सकता है, लेकिन बच्चों में यह सबसे आम है।

खसरा श्वसन तंत्र को संक्रमित करता है और फिर पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके लक्षणों में तेज बुखार, खांसी, नाक बहना और पूरे शरीर पर चकत्ते होना शामिल हैं।

खसरे से बीमार होने या इसे दूसरों में फैलने से रोकने का सबसे अच्छा तरीका टीकाकरण करवाना है। यह टीका सुरक्षित है और आपके शरीर की वायरस से लड़ने में मदद करता है।

1963 में खसरे के टीके की शुरुआत और व्यापक टीकाकरण से पहले, लगभग हर दो से तीन साल में बड़ी महामारियां होती थीं और हर साल अनुमानित 26 लाख लोगों की मौत होती थी।

एक अनुमान है कि 2023 में खसरे से 107,500 लोगों की मौत हुई। इसमें अधिकतर बच्चे पांच साल से कम उम्र के थे।

खसरे के लक्षण आमतौर पर वायरस के संपर्क में आने के 10-14 दिन बाद शुरू होते हैं। शरीर पर उभरते छोटे-छोटे दाने या चकत्ते इसका सबसे स्पष्ट लक्षण है।

शुरुआती लक्षण आमतौर पर 4-7 दिनों तक रहते हैं।

संक्रमण के लगभग 7-18 दिन बाद दाने उभरने शुरू होते हैं। यह लगभग 3 दिनों में फैलता है और अंततः हाथों और पैरों तक पहुंच जाता है। आमतौर पर यह 5-6 दिनों तक रहता है और फिर धीरे-धीरे गायब हो जाता है।

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Created On :   17 Sept 2025 8:21 PM IST

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