राजनीति: 'राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट' से पूर्वोत्तर राज्यों की विकास दक्षता अनलॉक होगी इंडस्ट्री

राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट से पूर्वोत्तर राज्यों की विकास दक्षता अनलॉक होगी  इंडस्ट्री
पूर्वोत्तर राज्यों में विकास की काफी संभावनाएं हैं और 'राइजिंग नॉर्थईस्ट इंवेस्टर समिट' से इस रीजन की विकास क्षमताएं अनलॉक होंगी। इंडस्ट्री लीडर्स ने शुक्रवार को यह बयान दिया।

नई दिल्ली, 23 मई (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर राज्यों में विकास की काफी संभावनाएं हैं और 'राइजिंग नॉर्थईस्ट इंवेस्टर समिट' से इस रीजन की विकास क्षमताएं अनलॉक होंगी। इंडस्ट्री लीडर्स ने शुक्रवार को यह बयान दिया।

पावर गिल्ट ट्रेजरीज के निदेशक विनीत नाहटा ने कहा, "पूर्वोत्तर राज्यों में विकास की अपार संभावनाएं हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की सही नीतियों के कारण अब इस रीजन की विकास क्षमताएं अनलॉक हुई हैं। 'राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट' का उद्देश्य इस क्षेत्र के प्राकृतिक स्रोतों और स्किलिंग का उपयोग करके पूर्वोत्तर के रीजन के विकास को आगे बढ़ाना है।"

त्रिपुरा के शाही परिवार के उत्तराधिकारी और टिपरा मोथा पार्टी के संस्थापक प्रद्योत माणिक्य ने कहा, "अगर हम पूर्वोत्तर को उसकी क्षमता के मुकाबले 50 प्रतिशत भी विकसित कर पाते हैं तो पूर्वोत्तर भारत का ही नहीं, बल्कि दुनिया के लिए एक बड़ा आर्थिक हब होगा।"

उन्होंने आगे कहा, "हाल ही में बांग्लादेश की ओर से कहा गया कि भारत का पूर्वोत्तर क्षेत्र समुद्री मांग के लिए उस पर निर्भर है। इस तरह की समिट से ऐसे बयानों को कड़ा जवाब मिला है और आज पूरा भारत पूर्वोत्तर में निवेश के लिए आगे आया है।"

माणिक्य ने आगे कहा कि पश्चिम में पाकिस्तान और अफगानिस्तान में विकास न के बराबर है। वहीं, ईस्ट में मलेशिया, सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देश हैं। ऐसे में पूर्वोत्तर पर फोकस जारी रखने से यहां बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।

नॉर्थईस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के प्रेसिडेंट हरप्रीत सिंह ने कहा, "केंद्र सरकार और नॉर्थईस्ट के आठों राज्यों के मुख्यमंत्रियों के सहयोग के कारण यह क्षेत्र तेजी से आगे बढ़ रहा है। रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर से लेकर कनेक्टिविटी पर यहां खास ध्यान दिया जा रहा है, जिससे इस क्षेत्र में आने वाले समय में तेज विकास होगा।"

'राइजिंग नॉर्थईस्ट इन्वेस्टर समिट' का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस दौरान उन्होंने नॉर्थ ईस्ट को भारत का डिजिटल गेटवे बताया। नॉर्थ ईस्ट में एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट इकोसिस्टम को लेकर केंद्र सरकार की क्या प्लानिंग है और अब तक उन्होंने कैसे इस पर काम किया है, इसकी जानकारी भी दी।

पीएम मोदी ने कहा, "बीते दशक में 21,000 करोड़ रुपए नॉर्थ ईस्ट के एजुकेशन सिस्टम पर निवेश किए गए हैं। करीब 850 नए स्कूलों का निर्माण किया गया है। 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए गए हैं। मिजोरम में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन का कैंपस बनाया गया है। करीब 200 नए स्किल डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट स्थापित किए गए हैं।"

प्रधानमंत्री ने पूर्वोत्तर को देश का विविधता से परिपूर्ण हिस्सा बताया। उन्होंने कहा, "भारत, दुनिया के समक्ष सबसे डायवर्स नेशन के रूप में अपनी एक अलग पहचान बनाता है और नॉर्थईस्ट इस डायवर्स नेशन का डायवर्स हिस्सा है। ट्रेड से ट्रेडिशन तक, टेक्सटाइल से टूरिज्म तक पूर्वोत्तर राज्य की डायवर्सिटी इसकी बहुत बड़ी ताकत है।"

उन्होंने कहा कि देश 2047 तक 'विकसित भारत' बनने की राह पर अग्रसर है और इस सपने को पूरा करने के लिए पूर्वी भारत का विकास मायने रखता है।

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Created On :   23 May 2025 7:16 PM IST

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