राजनीति: जम्मू-कश्मीर शोपियां के सुदूर गांव में सीआरपीएफ शिविर में लोगों को मिला मुफ्त इलाज और दवा का लाभ

जम्मू-कश्मीर  शोपियां के सुदूर गांव में सीआरपीएफ शिविर में लोगों को मिला मुफ्त इलाज और दवा का लाभ
जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र दुनाडू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 14वीं बटालियन द्वारा एक निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों स्थानीय लोगों ने भाग लिया। शिविर का उद्घाटन 14वीं बटालियन के कमांडेंट बी.के. झा ने यूनिट के अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति में किया। यहां लोगों को न सिर्फ मुफ्त इलाज मिला, बल्कि उन्हें जरूरी दवाएं भी दी गईं।

शोपियां, 15 अप्रैल (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्र दुनाडू में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 14वीं बटालियन द्वारा एक निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों स्थानीय लोगों ने भाग लिया। शिविर का उद्घाटन 14वीं बटालियन के कमांडेंट बी.के. झा ने यूनिट के अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति में किया। यहां लोगों को न सिर्फ मुफ्त इलाज मिला, बल्कि उन्हें जरूरी दवाएं भी दी गईं।

बी.के. झा ने यूनिट के अधिकारियों और स्थानीय नागरिकों की उपस्थिति में शिविर का उद्घाटन किया।

इस पहल से न सिर्फ बीमार लोगों को राहत मिली, बल्कि क्षेत्र के उन निवासियों को भी उम्मीद की किरण दिखाई दी, जो चिकित्सा सुविधाओं की भारी कमी से जूझ रहे हैं। स्थानीय लोगों ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे आयोजन नियमित रूप से होने चाहिए ताकि उन लोगों को लाभ मिल सके जिनके लिए अस्पतालों तक पहुंचना आसान नहीं होता।

एक स्थानीय नागरिक ने कहा, "हम सीआरपीएफ के बहुत आभारी हैं कि उन्होंने हमारे जैसे दूर-दराज के लोगों के लिए यह व्यवस्था की। यहां न कोई मेडिकल स्टोर है, न कोई क्लिनिक। ऐसे में यह शिविर किसी वरदान से कम नहीं है।"

कमांडेंट बी.के. झा ने कहा कि सीआरपीएफ का उद्देश्य केवल सुरक्षा देना नहीं, बल्कि समाज के साथ जुड़ना और उनकी बुनियादी जरूरतों को समझकर सहयोग करना भी है। उन्होंने बताया कि इस तरह के शिविर भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे। सीआरपीएफ खेलों और अन्य सामाजिक गतिविधियों के माध्यम से भी युवाओं को आगे बढ़ने का मौका दे रहा है।

शिविर में मस्सेपुरा, मरकानी, नसरपुरा और कटा जैसी दूरस्थ जगहों से लोग पहुंचे। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “हम यहां दवाइयों के लिए आए हैं। हजारों की भीड़ यहां मौजूद है, क्योंकि आसपास के गांवों में न तो दवाइयां हैं, न मेडिकल स्टोर। सीआरपीएफ ने दवाइयां लाकर हमें राहत दी है, हम उनके शुक्रगुजार हैं।”

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Created On :   15 April 2025 2:59 PM IST

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