अंतरराष्ट्रीय: सीजीटीएन सर्वे टैरिफ धमकी से अमेरिका की छवि पर गंभीर प्रभाव पड़ा

सीजीटीएन सर्वे  टैरिफ धमकी से अमेरिका की छवि पर गंभीर प्रभाव पड़ा
चाइना मीडिया ग्रुप के अधीन सीजीटीएन ने नई अमेरिकी सरकार के सौ दिन के प्रशासन पर एक वैश्विक जनमत सर्वेक्षण किया। इसके परिणामों से जाहिर है कि अमेरिका की शुल्क प्रभुत्ववादी कार्रवाई से विश्व में अमेरिका विरोधी भावना तेजी से बढ़ी है। इस सर्वे संबंधी 38 देशों में से 37 देशों के उत्तरदाताओं ने चीन की जवाबी कार्रवाई का समर्थन व्यक्त किया।

बीजिंग, 1 मई (आईएएनएस)। चाइना मीडिया ग्रुप के अधीन सीजीटीएन ने नई अमेरिकी सरकार के सौ दिन के प्रशासन पर एक वैश्विक जनमत सर्वेक्षण किया। इसके परिणामों से जाहिर है कि अमेरिका की शुल्क प्रभुत्ववादी कार्रवाई से विश्व में अमेरिका विरोधी भावना तेजी से बढ़ी है। इस सर्वे संबंधी 38 देशों में से 37 देशों के उत्तरदाताओं ने चीन की जवाबी कार्रवाई का समर्थन व्यक्त किया।

यह सर्वे अलग-अलग तौर पर इस फरवरी और इस अप्रैल में 38 देशों के 15,947 लोगों के बीच आयोजित किया गया। 74.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि अमेरिकी शुल्क नीति अपने आर्थिक विकास को बड़ी बाधा डालेगी। यह संख्या दो महीने में 16.3 प्रतिशत बढ़ी।

वियतनाम, फिलिपींस, थाईलैंड, इंडोनेशिया और मलेशिया के उत्तरदाताओं ने अमेरिकी व्यापार नीति पर सबसे बड़ी विरोधी आवाज उठाई। इन पांच देशों के 60.2 प्रतिशत उत्तरदाताओं के विचार में आयात नियंत्रण और एकतरफा प्रतिबंध अपने देश के विकास के प्रतिकूल है, जो दो महीने में 15.5 प्रतिशत बढ़ी। 69.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने दूसरे देश के वैज्ञानिक व प्रौद्योगिकी उद्यमों के निवेश को सीमित करने का विरोध किया।

अमेरिकी उत्तरदाताओं में अमेरिकी टैरिफ नीति पर असंतोष बढ़ रहा है। अधिकांश उत्तरदाताओं के विचार में इस नीति पर उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। 53.1 प्रतिशत अमेरिकी उत्तरदाताओं के विचार में कथित पारस्परिक समान टैरिफ शेयर बाजार की स्थिरता के प्रतिकूल है।

52 प्रतिशत उत्तरदाताओं के विचार में यह नीति औद्योगिक सामग्री लागत में कमी के प्रतिकूल है। 49.4 प्रतिशत उत्तरदाताओं के विचार में यह नीति कृषि उत्पादों के निर्यात पर प्रहार करेगी। 48.1 प्रतिशत उत्तरदाताओं के विचार में इस नीति से पारिवारिक खर्च बढ़ जाएगा।

चीन की जवाबी कार्रवाई को अधिकांश उत्तरदाताओं का समर्थन मिला। केन्या, मिश्र, तुर्की, ब्राजील, घाना, कजाकिस्तान, वियतनाम और पेरू समेत विकासशील देशों में समर्थन दर 70 प्रतिशत से अधिक है। विकसित देशों में ब्रिटेन की समर्थन दर 70.5 प्रतिशत है। कनाडा, जर्मनी और फ्रांस का समर्थन दर अलग-अलग तौर पर 69.5 प्रतिशत, 66 प्रतिशत और 65.5 प्रतिशत है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   1 May 2025 9:10 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story