राजनीति: नई दिल्ली उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की पुस्तक का विमोचन किया

नई दिल्ली  उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की पुस्तक का विमोचन किया
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को न्यू महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की लिखी पुस्तक "जनता की कहानी मेरी आत्मकथा" का विमोचन किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति और राजनेता उपस्थित रहे।

नई दिल्ली, 9 मई (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को न्यू महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की लिखी पुस्तक "जनता की कहानी मेरी आत्मकथा" का विमोचन किया। इस अवसर पर आयोजित समारोह में कई गणमान्य व्यक्ति और राजनेता उपस्थित रहे।

यह पुस्तक राज्यपाल दत्तात्रेय के जीवन, उनके सार्वजनिक सेवा के अनुभवों और समाज के प्रति उनके योगदान को जीवंत रूप से प्रस्तुत करती है। इस अवसर पर आयोजित समारोह में मौजूद हस्तियों ने इस कृति की गहराई और प्रेरणादायक संदेशों की सराहना की।

उपराष्ट्रपति कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आज न्यू महाराष्ट्र सदन, नई दिल्ली में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय जी द्वारा लिखित पुस्तक "जनता की कहानी मेरी आत्मकथा" का विमोचन किया।"

यह पुस्तक "जनता की कहानी मेरी आत्मकथा" बंडारू दत्तात्रेय के जीवन के विभिन्न पहलुओं को उजागर करती है। यह उनके बचपन, शिक्षा, सामाजिक कार्यों और राजनीतिक यात्रा से लेकर हरियाणा के राज्यपाल के रूप में उनकी भूमिका तक के अनुभवों का एक दस्तावेज है। पुस्तक में उन्होंने जिन चुनौतियों का सामना किया, उनकी उपलब्धियों और जनता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को प्रस्तुत किया गया है।

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए कहा, "यह पुस्तक मेरे जीवन का लेखा-जोखा नहीं, बल्कि उन सभी लोगों की कहानी है, जिन्होंने मेरे सफर में मेरा साथ दिया। मैंने हमेशा जनता की सेवा को अपनी प्राथमिकता माना है और यह पुस्तक उसी भावना को दर्शाती है। मैं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उपस्थिति के लिए उनका आभार जताता हूं।"

विमोचन समारोह में अपने संबोधन में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने बंडारू दत्तात्रेय के समर्पण और सेवा भाव की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक सिर्फ एक आत्मकथा नहीं है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र और सामाजिक सेवा में उनके योगदान का एक जीवंत दस्तावेज है। बंडारू दत्तात्रेय ने अपने जीवन के माध्यम से यह दिखाया है कि सच्चा नेतृत्व जनता के कल्याण के लिए समर्पित होता है। यह पुस्तक युवाओं के लिए प्रेरणादायी भी है।

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Created On :   9 May 2025 4:45 PM IST

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