राजनीति: उद्धव ठाकरे के भाषण में मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का दुख था संजय निरुपम

उद्धव ठाकरे के भाषण में मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का दुख था  संजय निरुपम
महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर राजनीति लगातार जारी है। इसी बीच, शनिवार को ठाकरे बंधुओं (राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे) की संयुक्त सभा ने प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी को और हवा दी है। शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा है कि शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पूरे भाषण में मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का गहरा दुख झलक रहा था।

मुंबई, 7 जुलाई (आईएएनएस)। महाराष्ट्र में भाषा विवाद को लेकर राजनीति लगातार जारी है। इसी बीच, शनिवार को ठाकरे बंधुओं (राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे) की संयुक्त सभा ने प्रदेश में राजनीतिक बयानबाजी को और हवा दी है। शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा है कि शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के पूरे भाषण में मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का गहरा दुख झलक रहा था।

संजय निरुपम ने सोमवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा, "मराठी भाषा और स्वाभिमान के मुद्दे पर लोगों से अपील करना एक बात है, लेकिन उद्धव ठाकरे ने अपनी सभा में जिस तरह बार-बार सत्ता में वापसी की बात की, उससे लगा कि उन्हें अब भी अपने मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने का गहरा दुख है। उनका पूरा भाषण उसी पीड़ा की अभिव्यक्ति था, जिसे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 'रुदाली भाषण' कहा। जनता से वोट देश की सुरक्षा, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे मुद्दों पर मांगे जाने चाहिए, न कि भावनाओं को भड़काकर। किसी भाषा विशेष के आधार पर सत्ता पाने की लालसा सही नहीं है।"

उद्धव के विजय सभा में दिए बयान को सीएम फडणवीस द्वारा 'रुदाली' कहे जाने पर हो रही राजनीति को लेकर निरुपम ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, "जब शिवसेना प्रमुख बाला साहेब ठाकरे जीवित थे, तभी राज और उद्धव ठाकरे के बीच नेतृत्व को लेकर गंभीर मतभेद शुरू हो गए थे। दोनों ने एक-दूसरे का नेतृत्व कभी स्वीकार नहीं किया। इसी टकराव के चलते एक भाई को पार्टी से बाहर निकलना पड़ा। यह संघर्ष आज भी कहीं न कहीं उनके रिश्तों में दिखाई देता है।"

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने और इसकी शुरुआत बिहार से करने वाले बयान पर शिवसेना प्रवक्ता ने कहा, "बाला साहेब ठाकरे हमेशा कहते थे कि भारत एक हिंदू राष्ट्र है, क्योंकि यहां 85 प्रतिशत से अधिक हिंदू रहते हैं। इस देश की परंपरा पांच हजार साल पुरानी है, जिसे कई आक्रमणों और अत्याचारों के बावजूद संरक्षित रखा गया है। हिंदू धर्म को खत्म करने की कोशिशें हुईं, लेकिन इसकी जड़ें इतनी गहरी हैं कि यह और मजबूत होकर उभरा है। आने वाले समय में हिंदू धर्म और ताकत के साथ खड़ा होगा। बाबा जो कह रहे हैं, उसका समर्थन करता हूं, लेकिन भारत को संवैधानिक रूप से हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए जनादेश जरूरी है।"

ब्रिक्स में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहलगाम आतंकी हमले को पूरी मानवता पर हमला बताए जाने का समर्थन करते हुए निरुपम ने कहा, "ब्राजील में चल रहे ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत का प्रभावशाली प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने सम्मेलन के दौरान पहलगाम आतंकी हमले का मुद्दा गंभीरता से उठाया और सभी सदस्य देशों के समक्ष यह स्पष्ट किया कि आतंकवाद के खिलाफ केवल बयानबाजी नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई होनी चाहिए। मोदी ने कहा कि आतंकवाद पूरी दुनिया के समाज के लिए एक बड़ा कैंसर है और इससे निपटने के लिए सभी देशों को एकजुट होना चाहिए। उनके मजबूत रुख को ब्रिक्स देशों का समर्थन भी मिला, जो एक सकारात्मक संकेत है।"

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Created On :   7 July 2025 9:08 PM IST

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