अंतरराष्ट्रीय: 'दुनिया की छत' को रोशन करता इलेक्ट्रिक स्काईवे

दुनिया की छत को रोशन करता इलेक्ट्रिक स्काईवे
चीन के शीत्सांग के न्गेरी प्रीफ़ेक्चर में 5,200 मीटर की ऊंचाई पर एवरेस्ट बेस कैंप में, चमकदार रोशनी हवा में प्रवेश करती है, जो पर्वतारोहियों और वैज्ञानिक अभियान दलों के लिए रात के अंधेरे को दूर करती है।

बीजिंग, 7 जुलाई (आईएएनएस)। चीन के शीत्सांग के न्गेरी प्रीफ़ेक्चर में 5,200 मीटर की ऊंचाई पर एवरेस्ट बेस कैंप में, चमकदार रोशनी हवा में प्रवेश करती है, जो पर्वतारोहियों और वैज्ञानिक अभियान दलों के लिए रात के अंधेरे को दूर करती है।

छिंगहाई-शीत्सांग पठार में गहरे क्सुओछिन काउंटी में चरवाहों के घरों में, मक्खन चाय की मशीनें और इलेक्ट्रिक हीटर काम करते हुए गड़गड़ाहट कर रहे हैं। ये दृश्य शीत्सांग के इलेक्ट्रिक स्काईवे द्वारा बुने गए वास्तविक चमत्कार हैं।

शीत्सांग की शांतिपूर्ण मुक्ति से पहले, पूरे शीत्सांग में लगभग कोई बिजली नहीं थी। पिछली आधी सदी से अधिक समय में, छिंगहाई-शीत्सांग पठार में पावर ग्रिड ने गुणात्मक छलांग हासिल की है। वर्ष 2025 तक, शीत्सांग का मुख्य पावर ग्रिड 74 स्थानीय काउंटियों को कवर कर चुका है, जिससे 35 लाख से अधिक लोग लाभान्वित हुए। संबंधित प्रमुख परियोजनाओं में शीत्सांग के केंद्रीय क्षेत्र से छांगदू तक पावर ग्रिड इंटरकनेक्शन परियोजना और न्गेरी इंटरकनेक्शन परियोजना आदि शामिल हैं।

न्गेरी इंटरकनेक्शन परियोजना दुनिया की सबसे अधिक ऊंचाई वाली अल्ट्रा-हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन और परिवर्तन परियोजना है, जिसमें टावरों की औसत ऊंचाई 4,572 मीटर है। इस परियोजना से न्गेरी प्रीफ़ेक्चर में अलग-थलग ग्रिड संचालन के इतिहास को समाप्त किया गया है। पिछले दशक में, चीन स्टेट ग्रिड ने शीत्सांग में एकीकृत पावर ग्रिड बनाने के लिए छिंगहाई-शीत्सांग, सिछुआन-शीत्सांग व शीत्सांग का केंद्रीय क्षेत्र आदि इंटरकनेक्शन परियोजनाओं के निर्माण के लिए कुल 46.53 बिलियन युआन का निवेश किया है।

पावर ग्रिड में सुधार ने छिंगहाई-शीत्सांग पठार में लोगों की जीवन शैली को गहराई से बदल दिया है। शिगात्से शहर के छांगदू नगर के फोटोवोल्टिक टाउन में, बड़ी संख्या में फोटोवोल्टिक पैनल न केवल चीन की मुख्य ग्रिड में स्वच्छ बिजली की आपूर्ति करते हैं, बल्कि सैकड़ों स्थानीय चरवाहों को अपनी आय सीधे रूप से बढ़ाने के लिए प्रेरित भी करते हैं।

यांगबाचिंग भूतापीय बिजली स्टेशन ल्हासा को स्थिर करंट देना जारी रखे हुए है। छिंगहाई-शीत्सांग पठार सुदूर देहाती क्षेत्रों में, छोटे फोटोवोल्टिक पावर स्टेशन और ऊर्जा भंडारण उपकरण बिजली विहीन क्षेत्रों में रहने वाले परिवारों के लिए "प्रकाश के दूत" बने हैं। शीत्सांग के सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, क्षेत्र में स्वच्छ ऊर्जा स्थापित क्षमता का अनुपात 90% से अधिक पहुंचा है और हरित बिजली छिंगहाई-शीत्सांग पठार के आधुनिकीकरण को आगे बढ़ाने वाला मुख्य इंजन बन रही है।

घी के दियों से लेकर बिजली की रोशनी तक, गोबर की आग से लेकर बिजली के हीटर तक, शीत्सांग के बिजली उद्योग के तेजी से विकास ने न केवल इस पठार पर हजारों घरों को रोशन किया है, बल्कि इस प्राचीन भूमि को एक ठोस ऊर्जा आधार भी प्रदान किया है, जिससे चीन के आधुनिकीकरण की भव्य यात्रा को आगे बढ़ाने में मदद मिली है।

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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Created On :   7 July 2025 9:44 PM IST

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