राष्ट्रीय: आपकी जिंदगी पर असर डालता है मोबाइल का वॉलपेपर, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र?

आपकी जिंदगी पर असर डालता है मोबाइल का वॉलपेपर, जानें क्या कहता है वास्तु शास्त्र?
आज के डिजिटल दौर में मोबाइल हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। ज्यादातर लोग सुबह नींद से उठते ही सबसे पहले फोन देखते हैं और रात को सोने से पहले तक मोबाइल में ही बिजी रहते हैं। मोबाइल हमारे हाथों में जितनी देर रहता है, उतनी देर हमारी आंखें उसकी स्क्रीन पर टिकी रहती हैं। ऐसे में जो चीज उस स्क्रीन पर सबसे ज्यादा दिखती है, वो है मोबाइल का वॉलपेपर।

नई दिल्ली, 19 सितंबर (आईएएनएस)। आज के डिजिटल दौर में मोबाइल हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। ज्यादातर लोग सुबह नींद से उठते ही सबसे पहले फोन देखते हैं और रात को सोने से पहले तक मोबाइल में ही बिजी रहते हैं। मोबाइल हमारे हाथों में जितनी देर रहता है, उतनी देर हमारी आंखें उसकी स्क्रीन पर टिकी रहती हैं। ऐसे में जो चीज उस स्क्रीन पर सबसे ज्यादा दिखती है, वो है मोबाइल का वॉलपेपर।

वास्तु शास्त्र के अनुसार, वॉलपेपर हमारे मन पर गहरा असर डालते हैं।

वास्तु शास्त्र की मानें तो, हमारे आसपास मौजूद हर चीज एक खास ऊर्जा लेकर आती है, जो हमारे सोचने के तरीके, मूड और फैसलों को प्रभावित करती है। अगर मोबाइल दिनभर हमारी आंखों के सामने रहता है, तो उसका वॉलपेपर भी कहीं न कहीं हमारे जीवन को दिशा देने लगता है।

बहुत से लोग मोबाइल के वॉलपेपर पर मंदिर, मस्जिद, चर्च या किसी धार्मिक स्थल की तस्वीर लगाना पसंद करते हैं। उन्हें लगता है कि इससे सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। लेकिन, वास्तु शास्त्र का मानना अलग है।

दरअसल, मोबाइल एक ऐसा उपकरण है, जिसे हम हर जगह लेकर जाते हैं, चाहे वॉशरूम हो, रसोई हो, या फिर कोई भी जगह हो। कई बार हम गंदे हाथों से भी मोबाइल चला लेते हैं। ऐसे में पवित्र स्थानों की तस्वीर को इस तरह की जगहों पर ले जाना या अनजाने में अपमानित करना सही नहीं माना जाता। इससे हमारे मन में अनजाने में अशांति और असंतुलन उत्पन्न हो सकता है।

कुछ लोगों को अपने मूड के हिसाब से वॉलपेपर बदलने की आदत होती है। अगर मन उदास हो, तो उदासी वाला वॉलपेपर, अगर गुस्सा हो, तो अंधेरे या तूफान जैसी तस्वीरें। शुरू में तो ये सब मन को सूट करता है, लेकिन धीरे-धीरे यही तस्वीरें हमारी सोच का हिस्सा बन जाती हैं।

वास्तु के अनुसार, जब हम बार-बार नकारात्मक इमेज देखते हैं, तो वह ऊर्जा हमारे भीतर बसने लगती है। ऐसे में काम में मन नहीं लगता, फैसले लेने में कठिनाई होती है, और आत्मविश्वास धीरे-धीरे कम हो जाता है।

इसी तरह देवी-देवताओं की फोटो को भी मोबाइल पर लगाना शुभ नहीं माना जाता। भारतीय संस्कृति में भगवान को बहुत आदर और सम्मान दिया गया है, लेकिन जब वही तस्वीरें हमारी स्क्रीन पर आती हैं, तो अनजाने में हम उन्हें बार-बार टच करते हैं, उन्हें ऐसी जगहों पर ले जाते हैं, जो पवित्र नहीं मानी जातीं। इससे सकारात्मकता की जगह विपरीत असर देखने को मिल सकता है, जो जीवन में रुकावटों का कारण बन सकता है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   19 Sept 2025 2:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story