स्वास्थ्य/चिकित्सा: विश्व में हर सेकंड एक व्यक्ति 'न्यू जेनिटल हर्पीस इन्फेक्शन' से होता है प्रभावित डब्ल्यूएचओ

विश्व में हर सेकंड एक व्यक्ति न्यू जेनिटल हर्पीस इन्फेक्शन से होता है प्रभावित  डब्ल्यूएचओ
विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बुधवार को जारी नए अनुमान के अनुसार दुनिया भर में हर सेकंड कम से कम एक व्यक्ति, या सालाना 42 मिलियन लोग 'न्यू जेनिटल हर्पीस इन्फेक्शन' की चपेट में आते हैं।

नई दिल्ली, 11 दिसंबर (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा बुधवार को जारी नए अनुमान के अनुसार दुनिया भर में हर सेकंड कम से कम एक व्यक्ति, या सालाना 42 मिलियन लोग 'न्यू जेनिटल हर्पीस इन्फेक्शन' की चपेट में आते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि लगभग 846 मिलियन लोग, या 15 से 49 वर्ष की आयु वर्ग में से 5 में से 1 से अधिक लोग 'न्यू जेनिटल हर्पीस इन्फेक्शन' से पीड़ित हैं।

हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) जिसे हर्पीज के नाम से जाना जाता है, एक आम तरह का संक्रमण है जो दर्दनाक छाले या अल्सर पैदा कर सकता है। यह मुख्य रूप से त्वचा से त्वचा के संपर्क में आने से फैलता है। इसका इलाज संभव है लेकिन इसे ठीक नहीं किया जा सकता।

आमतौर पर इन संक्रमणों के कारण कोई लक्षण नहीं होते या बहुत कम लक्षण होते हैं, कुछ मामलों में ये दर्दनाक जननांग घावों और छालों का कारण बनते हैं जो जीवन में बार-बार हो सकते हैं, जिससे काफी असुविधा होती है और अक्सर कई बार डॉक्टर के पास जाने की आवश्यकता होती है।

जर्नल सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन में प्रकाशित अनुमानों से पता चला है कि 2020 में 200 मिलियन से अधिक लोगों को कम से कम एक बार ऐसा लक्षण वाला प्रकरण झेलना पड़ा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन में वैश्विक एचआईवी हेपेटाइटिस और यौन संचारित संक्रमण कार्यक्रम की निदेशक डॉ. मेग डोहर्टी ने कहा, ''जननांग दाद (जेनिटल हर्पीस) के संक्रमण से पीड़ित अधिकांश लोगों को कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, इतने सारे संक्रमणों के बावजूद जननांग दाद अभी भी दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए दर्द और परेशानी का कारण बनता है और पहले से ही बोझिल स्वास्थ्य प्रणालियों पर दबाव डालता है।"

चिंताजनक आंकड़े दाद वायरस के प्रतिकूल स्वास्थ्य प्रभावों को कम करने और इसके प्रसार को नियंत्रित करने के लिए नए उपचार और टीकों की मांग करते हैं। डोहर्टी ने कहा कि इससे "एचआईवी के संचरण को कम करने" में भी मदद मिलेगी।

एचएसवी दो प्रकार के होते हैं, पहला एचएसवी-1 और दूसरा एचएसवी-2 , इन दोनों से ही जननांग हर्पीज हो सकता है।

अनुमानों के अनुसार, 2020 में 520 मिलियन लोगों में जेनिटल एचएसवी 2 था, जो यौन गतिविधि के दौरान फैलता है।

जेनिटल एचएसवी 2 अधिक गंभीर है और इसके बार-बार होने की संभावना काफी अधिक है। इस वायरस के संक्रमण के लगभग 90 प्रतिशत मामलों में लक्षण दिखाई देते हैं और यह एचआईवी होने के जोखिम को तीन गुना बढ़ाने से जुड़ा है।

दूसरी ओर, जेनिटल एचएसवी 2 मुख्य रूप से बचपन में लार या मुंह के आसपास त्वचा से त्वचा के संपर्क के माध्यम से फैलता है, जिससे ओरल हर्पीज होता है, जिसमें कोल्ड सोर या मुंह के छाले सबसे आम लक्षण हैं।

यह यौन संपर्क के माध्यम से भी फैल सकता है। अनुमान है कि 2020 में लगभग 376 मिलियन लोगों को जननांग जेनिटल एचएसवी 1 संक्रमण हुआ है।

डब्ल्यूएचओ ने कहा कि इनमें से 50 मिलियन लोगों को जेनिटल एचएसवी 2 भी होने का अनुमान है क्योंकि एक ही समय में दोनों प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं।

रिपोर्ट में हर्पीज संचरण के जोखिम को कम करने के लिए कंडोम के सही और लगातार उपयोग का सुझाव दिया गया है। इसके साथ ही सक्रिय लक्षणों वाले लोगों को यौन संपर्क से बचने की सलाह दी गई है।

अस्वीकरण: यह न्यूज़ ऑटो फ़ीड्स द्वारा स्वतः प्रकाशित हुई खबर है। इस न्यूज़ में BhaskarHindi.com टीम के द्वारा किसी भी तरह का कोई बदलाव या परिवर्तन (एडिटिंग) नहीं किया गया है| इस न्यूज की एवं न्यूज में उपयोग में ली गई सामग्रियों की सम्पूर्ण जवाबदारी केवल और केवल न्यूज़ एजेंसी की है एवं इस न्यूज में दी गई जानकारी का उपयोग करने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञों (वकील / इंजीनियर / ज्योतिष / वास्तुशास्त्री / डॉक्टर / न्यूज़ एजेंसी / अन्य विषय एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें। अतः संबंधित खबर एवं उपयोग में लिए गए टेक्स्ट मैटर, फोटो, विडियो एवं ऑडिओ को लेकर BhaskarHindi.com न्यूज पोर्टल की कोई भी जिम्मेदारी नहीं है|

Created On :   11 Dec 2024 3:22 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story