भूरे भालुओं की बढ़ती आबादी पर अंकुश लगाने के लिए स्लोवेनियाई लोगों ने सरकार से किया अनुरोध

ब्रेजोविका, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्लोवेनियाई में भूरे भालुओं की बढ़ती आबादी को नियंत्रित करने के लिए नागरिकों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भूरे भालुओं की बढ़ती आबादी की वजह से लगभग 4,200 स्लोवेनियाई नागरिकों ने एक याचिका पर हस्ताक्षर किए। याचिका में कड़े कदम उठाने का आग्रह किया गया है।
याचिका ने प्राकृतिक संसाधन एवं स्थानिक नियोजन मंत्रालय से 2025-2026 के लिए निर्धारित 206 भालुओं के शिकार कोटे को संशोधित करने की मांग की है। यह कोटा इस वर्ष के अंत तक पूरा होना है। याचिकाकर्ताओं का कहना है कि भालुओं की बढ़ती संख्या ग्रामीण क्षेत्रों में मानव सुरक्षा के लिए खतरा बन रही है।
याचिका के प्रमुख हस्ताक्षरकर्ता गोराज़्ड कोवासिक ने बताया कि यह याचिका राकितना गांव से शुरू की गई, जो इस वर्ष मानव-भालू संघर्षों के सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक है।
कोवासिक ने कहा, "इसे भालुओं की आबादी पर नज़र रखने वाले विशेषज्ञों के सहयोग से तैयार किया गया है। राकितना में भालू लगभग रोज दिखाई देते हैं और अब उनमें इंसानों का डर खत्म हो गया है।"
विशेषज्ञों का अनुमान है कि स्लोवेनिया में भालुओं की आबादी लगभग 950 है, जो अगले साल बढ़कर 1,100 हो सकती है।
लजुब्लजाना विश्वविद्यालय के जैव-तकनीकी संकाय के शोधकर्ता टोमाज़ स्क्रबिन्सेक के अनुसार, स्लोवेनिया दुनिया में भालुओं की सबसे अधिक घनत्व वाले देशों में से एक है, जहां कुछ क्षेत्रों में प्रति 100 वर्ग किमी में 50 से भी अधिक भालू हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पर्यावरण समूहों का कहना है कि भालुओं का शिकार अनावश्यक है, क्योंकि दशकों से स्लोवेनिया में भालू के हमले से किसी भी मानव की मृत्यु दर्ज नहीं हुई है।
भूरे भालू, या उर्सस आर्कटोस, स्लोवेनिया में एक संरक्षित प्रजाति है, जहां लगभग 60 प्रतिशत क्षेत्र में जंगल फैले हुए हैं।
भूरे भालू न केवल एक संरक्षित प्रजाति हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी महत्वपूर्ण हैं। उनकी आबादी स्थिर होने के बावजूद, उन्हें संरक्षण में उच्च प्राथमिकता दी जाती है। बड़े प्राकृतिक क्षेत्रों पर उनकी निर्भरता के कारण, भूरे भालू कई अन्य वन्यजीव प्रजातियों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रबंधन संकेतक माने जाते हैं। शिकारी के रूप में, वे अन्य जानवरों की आबादी को नियंत्रित करते हैं, और बीज फैलाने की अपनी भूमिका से पर्यावरण को बनाए रखने में मदद करते हैं।
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Created On :   18 Oct 2025 10:57 AM IST