बिहार विधानसभा चुनाव 2025: बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर बीजेपी -कांग्रेस के आरोप -प्रत्यारोप

- 1 जुलाई से मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा शुरू
- दुर्भाग्य है कि बिहार में वोटर लिस्ट के संशोधन पर सवाल उठाया जा रहा है-बीजेपी नेता हुसैन
- लोकतंत्र में प्रक्रिया को खुले तौर पर रखा जाना चाहिए- खड़गे
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से कराई जा रही मतदान सूची पुनरीक्षण पर सियासी गुट दो धड़ों में बंटे हुए दिखाई दे रहे है। वोटर लिस्ट संशोधन को लेकर भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, "वोटर लिस्ट के संशोधन में पात्र मतदाताओं को कोई समस्या आने वाली नहीं है। जो बांग्लादेशी हैं, उन्हें जरूर परेशान होना चाहिए। राजद और कांग्रेस की आदत बन गई है जब जीत जाएंगे तो चुनाव आयोग बहुत अच्छा है, और जब हार जाएंगे तब चुनाव आयोग खराब है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि बिहार में वोटर लिस्ट के संशोधन पर सवाल उठाया जा रहा है। विपक्ष के नेताओं को ऐसी हरकत नहीं करनी चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रियांक खरगे ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण पर कहा बिहार में हो रहे पुनरीक्षण पर इंडिया गठबंधन की चिंता बहुत स्पष्ट है। महाराष्ट्र में भी ऐसा ही हुआ था। हम सिर्फ पारदर्शिता की मांग कर रहे हैं, खास तौर पर मतदाता सूची में। चुनाव आयोग द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर सफाई देने में क्या बुराई है? आखिरकार यह एक लोकतांत्रिक देश है और लोकतंत्र में प्रक्रिया को खुले तौर पर रखा जाना चाहिए।
आपको बता दें बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) का मामला अब देश की सर्वोच्च अदालत में पहुंच गया है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानि एडीआर ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है। एडीआर ने अपनी रिपोर्ट में चुनाव आयोग के आदेश को मनमाना वाला बताया गया है। याचिका में कहा गया है कि अगर 24 जून का एसआईआर आदेश कैंसिल नहीं हुआ तो लाखों वोटर्स अपने प्रतिनिधियों को चुनने से वंचित रह सकते हैं।
चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले विशेष प्रक्रिया शुरू की है, जिसे संक्षेप में एसआईआर कहा जा रहा है। स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए मतदाता सूची को अपडेट करना एक सामान्य प्रक्रिया है, लेकिन चुनाव आयोग ने इस बार 1 जुलाई से मतदाता सूची की विशेष गहन समीक्षा शुरू कर दी है।
Created On :   5 July 2025 3:31 PM IST