19 वां महापरिनिर्वाण दिवस: यूपी की पूर्व सीएम मायावती ने बीएसपी संस्थापक की पुण्यतिथि पर कांशीराम स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बसपा प्रमुख मायावती ने पार्टी संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर कांशीराम स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। बहुजन समाज पार्टी ,बामसेफ व डीएस4 के संस्थापक कांशीराम के 19 वें महापरिनिर्वाण दिवस के मौके पर बृहस्पतिवार को उत्तरप्रदेश राजधानी लखनऊ में स्थित कांशीराम स्थल पर बसपा समर्थकों का भारी जमावड़ा है।
बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रैली को संबोधित कहा जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी और मान्यवर कांशीराम के आदर-सम्मान में यह स्मारक स्थल बनाया गया था तो उसी समय हमारी सरकार ने ये व्यवस्था की थी कि हम लोग यहां आने वालों से टिकट लेंगे। जिसका पैसा लखनऊ में बनाए गए स्मारक और पार्कों के रख-रखाव में इस्तेमाल किया जाएगा, लेकिन दुख की बात यह है कि वर्तमान भाजपा की सरकार से पहले यहां सपा की सरकार थी तो सपा सरकार ने उस टिकट के पैसे को दबाकर रखा, हालत बहुत जर्जर हो चुकी थी। मैंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को लिखित चिट्ठी के जरिए कहा और आग्रह किया कि टिकटों के पैसे को रखरखाव पर लगाया जाए। उत्तर प्रदेश की वर्तमान भाजपा सरकार ने इस मामले को संज्ञान में लेकर हमसे वादा किया कि जो भी पैसा टिकटों के जरिए आता है वह इन स्थलों के रखरखाव के लिए लगाया जाएगा इसलिए हमारी पार्टी उनकी भाजपा सरकार आभारी है।
कांशीराम परिनिर्वाण दिवस पर लखनऊ के कांशीराम स्थल में जुटे लाखों बसपा समर्थकों के हुजूम में भारी जोश हैं। कई राज्यों से बीएसपी समर्थक यहां पहुंचे हुए है। रैली स्थल पर पुरुषों के साथ ही महिलाएं और बच्चे भी काफी संख्या मे नजर आए।
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, जब समाजवादी पार्टी सरकार में रहते हैं तो न उन्हें PDA याद आता है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि लेकिन जब वे सत्ता से बाहर हो जाते हैं तो समाजवादी पार्टी को याद आता है कि हमें संगोष्ठी करनी चाहिए। मैं अखिलेश यादव से पूछना चाहती हूं कि यदि कांशीराम जी के प्रति आपका इतना ही आदर सम्मान था तो जब उत्तर प्रदेश में हमारी सरकार थी और हमने अलीगढ़ मंडल में कासगंज नाम से एक जिला बनाया और उस जिले का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा गया था। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही उसका नाम क्यों बदल दिया? हमने कांशीराम जी के नाम पर अनेकों संस्थानों के नाम रखें, अनेक योजनाएं शुरू की जिसे समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया।यह उनका दोहरा चरित्र नहीं है तो क्या है?
Created On :   9 Oct 2025 10:04 AM IST