Sedition case against Kangana: मुश्किल में फंसी कंगना रनोट, चलेगा राजद्रोह का केस, जानिए क्या है मामला

डिजिटल डेस्क, आगरा। बॉलीवुड अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनोट मुश्किलों में घिर गई हैं। उनके खिलाफ आगरा में राजद्रोह का केस चलेगा। स्पेशल जज एमपी-एमएलए लोकेश कुमार की कोर्ट में बुधवार को मामले की सुनवाई हुई, जिसमें कंगना के खिलाफ दायर रिवीजन याचिका स्वीकार कर ली है। बीजेपी सांसद के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 356 और 152 में केस चलेगा।
कोर्ट ने कहा कि जिस लोअर कोर्ट में कंगना के केस को खारिज किया गया था, अब उसी में इसकी सुनवाई होगी। बता दें कि 10 नवंबर को कोर्ट कंगना के वकीलों की बहस सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
क्या है पूरा मामला?
एडवोकेट रमाशंकर शर्मा ने पिछले साल सितंबर में कंगना के खिलाफ अदालत में राजद्रोह का आरोप लगाते हुए याचिका दायर की थी। याचिका में आरोप था कि कंगना ने अपने एक साक्षात्कार में किसानों के ऊपर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिससे किसान आंदोलन में शामिल हजारों-लाखों किसानों की भावनाएं आहत हुई थीं।
दरअसल, मीडिया को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा था कि यदि हमारी (बीजेपी) आलाकमान मजबूत नहीं रहती तो किसान आंदोलन के समय पंजाब को भी बांग्लादेश बना दिया गया होता। उपद्रवी पूरे पंजाब में आंदोलन के नाम पर उपद्रव मचा रहे थे। वहां बलात्कार और हत्याएं हो रही थीं। किसान बिल यदि वापस न लेते तो इन उपद्रवियों की देश में बहुत कुछ करने की प्लानिंग थी।
ऐसा नहीं है कि कंगना का किसान आंदोलन पर दिया ये इकलौता बयान है जिस पर विवाद हुआ था। वे और भी कई बयान दे चुकीं हैं। उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर आंदोलनकारी किसानों की तुलना खालिस्तानियों से की थी। कंगना ने अपने पोस्ट में लिखा था, ये खालिस्तानी आतंकवादी आज सरकार पर प्रेशर बना रहे हैं, लेकिन हमें इंदिरा गांधी को नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने इनको अपनी जूती के कुचलवा दिया था।
कंगना ने दिसंबर 2020 को आंदोलनकारी किसानों को लेकर एक और बयान था। अपने सोशल मीडिया से उन्होंने पोस्ट किया, जिसमें एक महिला की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था कि आंदोलन में शामिल ये बुजुर्ग महिला वहीं फेमस बिलकिस दादी हैं जो शाहीन बाग आंदोलन का हिस्सा थीं।
Created On :   12 Nov 2025 8:21 PM IST












