Pahalgam Attack: अब बीजेपी सांसद ने किया पहलगाम हमले के पीड़ितों का अपमान, कहा- हमले में मारे गए लोगों की पत्नियों में नहीं था वीरांगनाओं वाला जज्बा

- बीजेपी सांसद ने किया पहलगाम हमले के पीड़ितों का अपमान
- 'हमले में मारे गए लोगों की पत्नियों में नहीं था वीरांगनाओं वाला जज्बा'
- तीन उग्रवादी 26 लोगों को नहीं मार सकते थे- बीजेपी सांसद
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले से अभी देश उभर भी नहीं पाया है, इस बीच बीजेपी के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अगर पर्यटक आतंकवादियों के आगे हाथ न जोड़ते तो मारे नहीं जाते। इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों की वहां हत्या कर दी गई, उस समय उनकी पत्नियों में वीरांगनाओं का भाव और जोश नहीं था।
एक कार्यक्रम के दौरान रामचंद्र जांगड़ा ने कहा, "जो ट्रेनिंग पीएम मोदी इस देश के लोगों को देना चाहते हैं अगर ये ट्रेनिंग उन पर्यटकों के पास होती तो तीन उग्रवादी 26 लोगों को नहीं मार सकते थे। उनके हाथ में जो भी आता लाठी या डंडा, अगर उनपर चारों तरफ से हमला कर दिए होते तो ज्यादा से ज्यादा पांच या छह ही लोग मारे जाते और आतंकवादी भी मारे जाते। हमारे पर्यटक हाथ जोड़कर मारे गए, हाथ जोड़ने से कोई नहीं छोड़ता। जो लोग मारने के लिए आए थे, जिनके अंदर दया का भाव ही नहीं था, वे हाथ जोड़ने से कैसे छोड़ देते।"
पहलगाम आतंकी हमले पर विवादित बयान
बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि पहलगाम में जो हमारी वीरांगनाएं बहन थीं, जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया, अगर उन्होंने अहिल्याबाई का इतिहास पढ़ लिया होता तो उनके सामने उनके पति को इस तरह कोई गोली नहीं मार सकता था चाहे वो भी शहीद हो जातीं, लेकिन उनमें वीरांगनाओं को भाव ही नहीं थी, जोश नहीं था, जज्बा नहीं था। इसलिए हाथ जोड़कर गोली का शिकार हो गए।
उन्होंने आगे कहा, "इसलिए यह संग्राम का इतिहास पढ़ाने की परंपरा हमारे देश में 2014 के बाद से प्रधानमंत्री मोदी के आने के बाद हुआ है, ताकि हमारे देश की हर नारी के अंदर रानी अहिल्या बाई का जज्बा हो।"
गौरतलब है कि, 22 अप्रैल को भारत के जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ था। जिसमें 26 प्रर्यटकों को आतंकवादियों ने गोली से मार दिया था। जिसे लेकर अब बीजेपी के सांसद ने विवादित बयान दिया है।
Created On :   24 May 2025 7:19 PM IST