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गुरु वीर: गांव की मिट्टी से उठकर बना सोशल मीडिया का सितारा

मध्य प्रदेश के जिला राजगढ़ के बायरा तहसील के गांव हभिपुरा से निकले गुरु वीर आज करोड़ों लोगों के प्रेरणा स्रोत हैं।
उनकी कहानी सिर्फ सोशल मीडिया की सफलता की कहानी नहीं है, बल्कि संघर्ष, मेहनत और हिम्मत की मिसाल भी है।
शुरुआत फिटनेस से
गुरु वीर ने साल 2016 में अपना पहला वीडियो इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर अपलोड किया।
वह वीडियो जिम और फिटनेस से जुड़ा था। संसाधनों की कमी होने के बावजूद उन्होंने खुद अपने हाथों से डंबल बनाए और देसी अंदाज़ में वर्कआउट करना शुरू किया। लगातार एक साल तक वीडियो डालने के बावजूद उन्हें सफलता नहीं मिली। इसी समय वे आर्मी की तैयारी भी कर रहे थे और साथ ही घर की जिम्मेदारियाँ निभा रहे थे।
पिता की तबीयत खराब और आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण वे दूसरों के खेतों में रोटावेटर चलाकर और अपने खेतों में सब्जियां उगाकर घर का खर्चा चलाते थे।
ट्रैक्टर वीडियो से पहचान
तीन साल तक लगातार मेहनत करने के बाद भी सोशल मीडिया पर बड़ी सफलता नहीं मिली।
लेकिन जब गुरु वीर ने ट्रैक्टर से जुड़े वीडियो डालना शुरू किया, तो लोगों का ध्यान उनकी ओर जाने लगा।
साल 2024 में जब उन्होंने पहला आईफोन खरीदा, तभी से उनके वीडियो वायरल होने लगे।
उनकी कई ट्रैक्टर वीडियो 30–40 मिलियन व्यूज तक पहुंच गईं।
उनका सबसे चर्चित काम उनका मॉडिफाइड "थार रॉक्स" है, जिसे आज देश की नंबर 1 मॉडिफाइड थार रॉक्स माना जाता है।
इसी उपलब्धि ने उन्हें ट्रैक्टर इंडस्ट्री का ट्रेंडसेटर बना दिया।
सोशल मीडिया पर लोकप्रियता
आज गुरु वीर के पास है:
- यूट्यूब पर 4.59 मिलियन सब्सक्राइबर्स
- इंस्टाग्राम पर 2.4 मिलियन फॉलोअर्स
- फेसबुक पर 391 हजार फॉलोअर्स
उपलब्धियाँ और जनसमर्थन
गुरु वीर ने अपने पिता के लिए बलेनो कार खरीदी और खुद के लिए जॉन डियर ट्रैक्टर लिया, जिसे उन्होंने मध्य प्रदेश का सबसे ताकतवर मॉडिफाइड ट्रैक्टर बना दिया।
उनकी मेहनत से पूरे प्रदेश में ट्रैक्टर और तोचन प्रतियोगिताओं का ट्रेंड शुरू हुआ।
उनका पहला मीटअप गोटमपुरा में हुआ, जहां करीब 1 लाख लोग इकट्ठा हुए। भीड़ इतनी ज़्यादा थी कि 10 किलोमीटर लंबा जाम लग गया।
यह इस बात का प्रमाण है कि जनता उन्हें कितना प्यार और सम्मान देती है।
आगे की राह
गुरु वीर का सपना है कि वे बिग बॉस में हिस्सा लें और फिटनेस व ट्रैक्टर दोनों क्षेत्रों में अपना योगदान जारी रखें। उनकी कहानी बताती है कि कठिनाइयों से जूझते हुए भी अगर इंसान डटा रहे, तो सफलता जरूर मिलती है।
Created On :   11 Sept 2025 2:00 PM IST