- Dainik Bhaskar Hindi
- State
- 1 lakh 50 by making clone atm card from atm
धोखाधड़ी: एटीएम से क्लोन एटीएम कार्ड बनाकर 1 लाख 50

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गणेशपेठ इलाके के सेवा सदन चौक में वर्धमान अर्बन को-ऑप. बैंक के एटीएम से क्लोन एटीएम कार्ड बनाकर दो आरोपियों ने अलग-अलग समय पर करीब 1 लाख 50 हजार रुपए निकाल लिए। बैंक प्रबंधक मनीष मेहता ने गणेशपेठ थाने में धोखाधड़ी की शिकायत की है। सहायक पुलिस निरीक्षक शिंदे ने धारा 419, 420, 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
जल्द गिरफ्त में होंगे आरोपी
किस खाते से रकम निकाली, इसकी जांच : पुलिस के अनुसार गोदरेज आनंदम् सोसायटी, गणेशपेठ निवासी मनीष मेहता (44) सेवासदन चौक सीए रोड स्थित वर्धमान अर्बन को-ऑप. बैंक में प्रबंधक पद पर कार्यरत हैं। इस बैंक शाखा के बाहर एटीएम मशीन लगी है। इस एटीएम से 17-18 अगस्त के बीच दो अज्ञात आरोपियों ने करीब 1 लाख 50 हजार रुपए निकालने की घटना को अंजाम दिया। आरोपियों की करतूत एटीएम सेंटर के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है। पुलिस ने आरोपियों का जल्द सुराग मिलने की संभावना जताई है। बैंक के हिसाब की जांच में एटीएम मशीन में एटीएम कार्ड का उपयोग कर 1.50 लाख ट्रांजेक्शन किए जाने की बात सामने आई है। यह रकम किस खाते से निकाली गई इसकी पुलिस जांच कर रही है।
एटीएम क्लोन या डुप्लीकेट क्या है ?
एटीएम स्किमिंग एक डिवाइस जिसे स्कीमेर कहते हैं। इसी डिवाइस का इस्तेमाल कर चोर हमारे एटीएम कार्ड की जरूरी जानकारी कॉपी कर लेता है और हमें पता भी नहीं चलता। इस डिवाइस को एटीएम मशीन में कार्ड इंटर करने की जगह पर फिट कर दिया जाता है और जैसे ही हम अपना कार्ड पैसे निकलने के लिए मशीन में डालते हैं कार्ड की सारी जानकारी इसमें स्टोर हो जाती है। यह डिवाइस इतनी छोटी होती है कि, आप इसे देख नहीं पाते। हिडन कैमरे की मदद से चोर आपका एटीएम पिन भी हासिल कर लेता है। एटीएम कार्ड की जानकारी जुटाकर अब बारी आती है, एटीएम का क्लोन या डुप्लीकेट कार्ड बनाने की, जिसे यह लोग बड़ी आसानी से कर लेते हैं।
यह सावधानी बरतें
एटीएम स्किमिंग को थोड़ी सी सावधानी से रोका जा सकता है। एटीएम का इस्तेमाल करते समय इन बातों का हमेशा ध्यान रखें जैसे- अपना एटीएम पिन मशीन में टाइप करते समय हमेशा उसे अपने हाथ से ढंक लें, ताकि स्पाई कैमरा उसे कैद न कर सके। सुनसान इलाके में स्थित एटीएम पर पैसे निकालने से बचें, क्योंिक अक्सर ऐसे ही एटीएम को स्कीमेर अपना शिकार बनाते हैं। बैंक से मैसेज आते ही तुरंत बैंक से संपर्क करें, यदि आपके पैसे न निकले हों। मशीन में कार्ड इन्सर्ट करने की जगह पर यदि आपको कुछ अजीब लगे तो उस मशीन का उपयोग न करें।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
खबरें और भी हैं...
सख्ती से लागू : महाराष्ट्र में सभी बोर्ड के स्कूलों को पढ़ानी होगी मराठी
महाराष्ट्र: बीजेपी की मंदिर खोलने की मांग पर बोले CM ठाकरे- यह दुर्भाग्यपूर्ण है, आ सकती है तीसरी लहर
राहत: महाराष्ट्र की बसों को मध्यप्रदेश में मिलेगी एंट्री
हाईकोर्ट में केंद्र का दावा : महाराष्ट्र को समय से पहले उपलब्ध कराए गए टीके
महाराष्ट्र में फिर लग सकता है नाइट कर्फ्यू: एक जगह रुक गए हैं आंकड़े, केरल में त्यौहार के बाद तेजी से बढ़ा संक्रमण