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मेलघाट के 75 गांवों के 100 भूमका और पडीहार की ली गई ‘क्लास’

डिजिटल डेस्क, अमरावती। राष्ट्रीय पोषण माह के उपलक्ष्य में परतवाड़ा स्थित जीवन विकास संस्था, महिला बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वावधान में मेलघाट के 75 गांवों के 100 भूमका-पडीहार की एकदिवसीय कार्यशाला ली गई। मेलघाट में कूपोषण व बालमृत्यु कम करने भूमकाओं को सहभागी कर उन्हें स्वास्थ्य प्रशिक्षण देने निर्देश जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी अविश्यांत पंडा ने दिए। जिसके अनुसार यह कार्यशाला हुई।
भूमका-पडीहार आदि का मेलघाट के जनसामान्यों में काफी प्रभाव है। यहां के आदिवासी बंधुओं का मत परिवर्तन कर उन्हें स्वास्थ्य शिक्षा की ओर मोड़ना, प्रशिक्षण देना इस उद्देश्य से यह कार्यशाला आयोजित की गई है। भूमकाओं ने स्वास्थ्य विभाग व महिला व बालविकास विभाग की सुविधा लेने के लिए लोगों का मन परिवर्तन किया तो बड़ी मात्रा में बदलाव दिखाई देगा। जिससे उन्होंने सरकार के प्रयासों को साथ देने का आहवान उपमुख्य कार्यपालन अधिकारी कैलाश घोड़के ने किया। इस समय जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रनमले ने भी मार्गदर्शन किया।
प्रशिक्षण के साथ ही स्वास्थ्य की सुविधा, आंगनवाड़ी आहार आदि बाबत भूमका ने नागरिकों का समुपदेशन करने के लिए सामने आने का आहवान किया गया है। सहभागी सभी भूमका ने इसके बाद प्रशासन को सहयोग करने व स्वास्थ्य विभाग की दवाइयां जरूरतमंदों तक पहंुचाने का विश्वास दिलवाया। दोपहर के सत्र में भुसुमलाल नामक भूमका ने उत्स्फूर्त रूप से खड़े रहकर सभी का मार्गदर्शन किया। बालकों का स्वास्थ्य, वजन, ऊंचाई, कुपोषण, गर्भवती माता की सतर्कता और उचित समय पर अस्पताल में दाखिल होने के लिए भूमका द्वारा की जानेवाली कार्रवाई की विस्तृत जानकारी भुसुमलाल ने कोरकु भाषा में दी। कार्यशाला की सफलता के लिए जीवन विकास संस्था के फादर जोश , सिस्टर हिरा, साधना, मुकुंद देशमुख आदि ने परिश्रम लिया।
Created On :   24 Sept 2022 2:05 PM IST