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विद्यार्थियों के फर्जी आंकड़े दिखाकर राज्य के 1044 स्कूलों ने लूटा खजाना

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य के शालेय शिक्षण विभाग द्वारा वर्ष 2011 में किए गए सर्वेक्षण में विद्यार्थियों की बोगस संख्या दिखाकर अनुदान लूटने वाले राज्य के 1 हजार 404 स्कूलों के संस्था चालक, मुख्याध्यापक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों पर फौजदारी मामले दर्ज करने के आदेश प्राथमिक शिक्षण विभाग के संचालक सुनील चव्हाण ने दिए हैं। इसमें नागपुर जिले के 127 स्कूलों का समावेश है। संचालक के इस आदेश से शिक्षा क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। बोगस आंकड़े दिखाने वालों में मनपा, जिप, नप सहित निजी स्कूल शामिल हैं। सर्वाधिक फर्जी आंकड़े निजी स्कूलों के सामने आए हैं। इन्होंने बोगस आंकड़ों के माध्यम से बड़े पैमाने पर सरकारी अनुदान लूटकर राजस्व का भारी नुकसान पहुंचाया।
बड़े पैमाने पर हजम कर रहे थे अनुदान
राज्य में 3 से 5 अक्टूबर 2011 को शाला में विद्यार्थियों की जांच के लिए अभियान (पट-पड़ताल) कार्यक्रम चलाया गया था। इस दौरान अनेक शाला में लगभग डेढ़ लाख बोगस बच्चों की संख्या दिखाने का खुलासा हुआ। संस्था चालक इन आंकड़ों के सहारे सरकार से बड़े पैमाने पर अनुदान लूट रहे थे। जांच में 1 हजार 404 शाला पर विभाग ने कार्रवाई के संकेत दिए थे। इस अनुसार शनिवार को प्राथमिक शिक्षण संचालक सुनील चव्हाण ने महाराष्ट्र निजी शाला के कर्मचारी अधिनियम 1977 और नियमावली 1981 व अन्य संबंधित कानून में प्रावधान अनुसार कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।
विशेष यह कि इन शालाओं को पूर्व में दिए गए नोटिस को ध्यान में रखकर कार्रवाई करने को कहा गया है। इस अनुसार फर्जीवाड़े में सहभागी संस्थाचालक, मुख्याध्यापक, शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारियों पर फौजधारी मामले दाखिल करने के आदेश दिए गए हैं। मुंबई उच्च न्यायालय की औरंगाबाद खंडपीठ में इस संबंध में अवमानना याचिका दाखिल किए जाने से उक्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश देने की जानकारी है।
जिला परिषद, नगरपालिका, मनपा की शाला में बड़े पैमाने पर अनियमितता
राज्य की स्कूलों में चले सर्वेक्षण में बड़े पैमाने पर जिला परिषद, महानगरपालिका और नगरपरिषद की स्कूल शामिल है। इन स्कूलों में मुख्याध्यापक, शिक्षकों पर कार्रवाई करने की तैयारी है। निजी शाला के संस्था चालक सहित मुख्याध्यापक, शिक्षकों पर फौजदारी मामले दाखिल किए जाएंगे। विशेष यह कि नागपुर जिले में 13 जिला परिषद, 2 हिंगना, 9 उमरेड और 2 काटोल की शाला हैं। महानगरपालिका की 11 स्कूल इसमें शामिल हैं। अन्य सभी निजी स्कूल सहभागी हैं।
Created On :   29 July 2018 4:04 PM IST