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11,00 पेड़ काटने के बदले मेट्रो लगाएगी 11 हजार पौधे, 20 पेड़ किए शिफ्ट

डिजिटल डेस्क, नागपुर। महामेट्रो भले ही युध्द स्तर पर काम कर रही है, लेकिन इसके लिए शहर के 1100 पेड़ों का खात्मा किया गया है। भरपाई के तौर पर मेट्रो इससे दस गुना पेड़ लगाने का दावा कर रही है। दावे के तहत प्लांटेशन करना आरंभ कर दिया है। अंबाझरी वन परिक्षेत्र अंतर्गत शनिवार को सुबह 6 हजार पौधे लगाने की प्रक्रिया का शुभारंभ महामेट्रो के महाप्रबंधक बृजेश दीक्षित ने किया। यहां पीपल, बरगद, हरडा, चिरोल, शमी, रीठा, महारुख, नीम आदि 36 प्रजाति के पौधे लगाए जा रहे हैं, जो भविष्य में हरियाली का मुख्य आकर्षण होंगे। कुल 130 एकड़ में इन पौधों का रोपण किया जा रहा है।
नागपुर शहर में यातायात के बढ़ते दाब को देखते हुए मेट्रो रेल चलाने का सपना देखा गया। दो वर्ष पहले यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ। मुंजे चौक (बर्डी) से पारड़ी, खापरी, हिंगना व कामठी रोड़ के लिए मेट्रो रेल चलाई जाएगी। ऐसे में सड़कों के बीच 40 फीट उंचाई पर एलिवेटेड रूट तैयार किया जा रहा है। कई जगहों पर मेट्रो का रूट जमीन को छूता भी है। ज्यादातर रेल मार्ग सड़क के ऊपर है। रेल मार्ग बनाने में बाधा बनने वाले कई हरे-भरे पेड़ों काटने की अनुमति मेट्रो ने वन विभाग व एनएमसी से ली थी तथा इसके बदले में 3 गुना ज्यादा पेड़ लगाने का वादा भी किया था। अनुमति मिलने के बाद अब तक मेट्रो रेल प्रोजेक्ट में बाधक 1100 पेड़ों को काटा गया है, लेकिन प्रशासन इसके बदले 11 हजार पौधे लगाने का आश्वासन दे रहा है। भविष्य में यह पौधे पेड़ों की शक्ल लें सकेंगे या नहीं यह वक्त ही बताएगा।
रुद्राक्ष, चंदन सहित विभिन्न प्रजाति के लगाए जाएंगे पौधे
अंबाझरी वनपरिक्षेत्र में पौधों का रोपण किया जाने वाला है। इसके लिए 130 एकड़ अतिरिक्त भूमि ‘लिटिल वुड एक्सटेंशन’ साकार करने के लिए वन विभाग ने महामेट्रो को दी है। इसके पहले महामेट्रो ने हिंगना मार्ग पर लिटिल वुड की 75 एकड़ भूमि में विभिन्न प्रजातियों के 5 हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं। इनमें फलदार और विभिन्न प्रजाति के पौधे हैं। लिटिल वुड के प्रयासों के देखते हुए अमरावती मार्ग पर ऐसे ही प्रकल्प को साकार करने के लिए वन विभाग ने यह जमीन दी है। लिटिल वुड एक्सटेंशन में औषधि उपयोगी पौधे भी लगाए जाने वाले है। इनमे गुलमोहर, अमलतास, नीम, ब्लैकबेरी, आम, जैकफ्रूट, गुलाब, मोगरा के अलावा विशेषकर रुद्राक्ष, रक्तचंदन भी लगाए जा रहे हैं, जो अत्यंत दुर्लभ हैं।
20 पेड़ों को किया शिफ्ट
महामेट्रो की ओर से शुरू काम में बाधा बनने वाले कुछ पेड़ों को बचाने में सफलता भी मिली है। क्रेन के माध्यम से अभी तक मेट्रो ने 20 पेड़ों को जड़ से बाहर निकालकर सुरक्षित जगह पर शिफ्ट करने का काम किया है।
Created On :   26 Aug 2018 5:33 PM IST