बंगलुरु से बाइक पर सवार होकर जा रहे थे मध्यप्रदेश , 13 लोगों को रोका

13 people were stopped when they were going on a bike from Bangalore
बंगलुरु से बाइक पर सवार होकर जा रहे थे मध्यप्रदेश , 13 लोगों को रोका
बंगलुरु से बाइक पर सवार होकर जा रहे थे मध्यप्रदेश , 13 लोगों को रोका

डिजिटल डेस्क,  नागपुर। लॉकडाउन के कारण बंद देशभर के लोग पलायन कर रहे है इसी कड़ी में कर्नाटक के बंगलुरु से मोटर साइकिल से निकले 13 लोगों को नागपुर में रोककर रखा गया है। विशेष बात यह है कि काम बंद होने के कारण ये लोग बंगलुरु से मध्यप्रदेश के श्योपुर जा रहे थे। तीन दिन में ये लोग नागपुर पहुंच गए थे जहां सदर पुलिस ने रोककर उन्हें क्वारंटाइन कर दिया था। ऐसी ही स्थित हैदराबाद से मध्यप्रदेश के बैतूल जा रहे 15 मजदूरों की है। पुलिस ने रोककर उन्हें रेशमबाग चौक स्थित कलार जैन समाज भवन में स्व. प्रभाकररावजी दटके स्मृति सेवा संस्थान को सौंप दिया है।

बंगलुरु से आए बृजेश शर्मा का कहना है कि वह मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले के सबलगढ़ के निवासी है। बंगलुरु में टाइल्स लगाने का काम करते है लेकिन लॉकडाउन की वजह से सारा काम ठप पड़ गया तो 28 मार्च को वह वहां से 6 मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकल पड़े। रास्ते में जंगल में बीच-बीच में कहीं भी रुककर आराम कर लेते थे और फिर निकल पड़ते थे तीसरे दिन 30 मार्च को नागपुर पहुंच गए थे लेकिन सदर पुलिस ने रोककर हमें कला दालन मनपा स्कूल में रख दिया। अब 9 को यहां रेशमबाग ले आए। हमारे ग्रुप में 11 पुरुष, एक महिला और 1 बच्चा है।

बंलुरुर से आए प्रवेश शर्मा का कहना है कि उनके वहां से निकलते समय हमने खाना और पानी की व्यवस्था पहले से ही कर ली थी। अगर हमें नागपुर में नहीं रोका जाता तो हम घर पहुंच चुके होते क्योंकि हम कई राज्यों से निकलकर यहां तक पहुंच ही गए है। हमारे साथ नवल गुर्जर, सोहन शर्मा, राधेश्याम शर्मा, लोकेन्द्र शर्मा, एरावत रावत, मनीष शर्मा, धारा सिंह गुर्जर, बली शर्मा, मनोज शर्मा, कविता शर्मा, रोहित रावत और बृजेश शर्मा है।हैदराबाद से आए राजकुमार कवरे का कहना है कि वह मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के आदर्श पिपरिया के रहने वाले है। हैदराबाद में मजदूरी का काम करते है। हमारे ठेकेदार ने हमें खाना और रहने की व्यवस्था की थी लेकिन कुछ लोग घर पहुंच गए है जिस वजह से घरवालों के फोन आ रहे हैं कि रास्ता खुला है तो तुम आ जाओ। इस पर हम पैदल निकल पड़े जिसमें 11 पुरुष और 4 महिलाएं शामिल हैं। रास्ते में कोई वाहन मिलता था तो लटक जाते थे। हम हैदराबाद से 3 को निकले थे और 7 अप्रैल को नागपुर पहुंचे थे।

बेघरों को यह सुविधाएं मिल रही है
जिनका शहर में कोई नहीं है ऐसे लोगों को रेशमबाग स्थित जैन कलार समाज भवन में रखा गया है जिसमें सुबह योगा करवाया जाता है। दोनों समय खाना, चाय के अलावा नाश्ता दिया जाता है। सभी को अलग-अलग सोने के लिए व्यवस्था की है और नित्य उपयोग के लिए किट दी है। वहीं, मनोरंजन के लिए टीवी लगाकर रखा है। इतना ही नहीं रात में 9 से 10 बजे तक ये लोग एक दूसरे का मनोरंजन करने के लिए गाना, डांस आदि की प्रस्तुतियां देते हैं।

Created On :   11 April 2020 9:34 PM IST

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