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शराब बिकवाता था मालिक, इसलिए मासूम बच्चे ने लगाई थी फांसी

डिजिटल डेस्क जबलपुर । गढ़ा थाना क्षेत्र के नेहरू नगर में 22 मार्च को एक 13 वर्षीय किशोर की आत्महत्या के मामले में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का प्रकरण दर्ज किया है।
गढ़ा पुलिस ने बताया कि 22 मार्च की रात नेहरू नगर निवासी रूपदास बैरागी ने सूचना दी थी कि सुबह वह अपनी पत्नी के साथ काम पर चला गया था। घर पर उसका 13 वर्षीय बेटा वीरेन्द्र अकेला था, शाम को काम से लौटने के बाद काफी देर तक दरवाजा न खुलने पर रूपदास छत से चढ़कर घर के अंदर पहुंचा, तो वीरेन्द्र फांसी पर लटका हुआ था। पुलिस ने मर्ग कायम करके जांच शुरू की थी।
जांच के दौरान पुलिस ने कई लोगों के कथन लिए थे, जिससे पता चला कि मृतक वीरेन्द्र पढ़ा लिखा नहीं था और आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह पड़ोसी विनोद बाल्मीक के पास काम करता था। विनोद अवैध शराब बेचने का काम करता है, जो वीरेन्द्र से जबरन शराब बिकवाता था। कुछ दिन पूर्व वीरेन्द्र ने विनोद के शराब के पैसे खर्च कर दिए थे, जिसके कारण वह उसे धमकी देता था। इसी वजह से वीरेन्द्र ने घर से निकलना बंद कर दिया था। सम्पूर्ण जांच के बाद पुलिस ने वीरेन्द्र बाल्मीक के खिलाफ धारा 306 का प्रकरण दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
वृद्ध सास को उम्रकैद-अपनी बहू को मिट्टी तेल डालकर जिंदा जलाकर मारने के मामले में आरोपी बनाई गई 60 वर्षीय सास को जिला सत्र न्यायालय ने दोषी पाते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है। एडीजे इरशाद अहमद की अदालत ने आरोपी महिला पर एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। अदालत ने मृतिका के दो नाबालिग बच्चों के पालन-पोषण के लिये मामला राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण को भेजा है, ताकि सरकार से क्षतिपूर्ति दिलाई जा सके।अभियोजन के अनुसार मदन महल थानांतर्गत नरसिंह मंदिर के पीछे टपरिया में रहने वाली राधाबाई कोल को उसकी सास आरोपी शांतिबाई कोल ने 27 सितंबर 2014 की सुबह मिट्टी का तेल डालकर जिंदा जला दिया था।
Created On :   29 March 2018 1:25 PM IST