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गड़चिरोली के 15 गांवों में होगा 15 हजार पौधों का रोपण

डिजिटल डेस्क, गड़चिरोली। राज्य की पहली गोंडी बोली पाठशाला, ग्रामीणों के लिए सहकारी पतसंस्था के साथ धान संकलन केंद्र, तंेदूपत्ता संकलन और अन्य उपक्रमों के चलते इन दिनों धानोरा तहसील की मोहगांव महाग्रामसभा का डंका समूचे जिले में बजने लगा है। अब इस महाग्रामसभा के प्रतिनिधियों ने क्षेत्र में अाने वाले कुल 15 गांवों में 15 हजार पौधों का रोपन करने का निर्णय लिया है। एक गांव में एक हजार पौधारोपण करने का सामूहिक निर्णय हाल ही संपन्न एक ग्रामसभा में लिया गया। पौधारोपण के माध्यम से वनों की सुरक्षा के साथ संवर्धन किया जाएगा। उक्ताशय की जानकारी महाग्रामसभा के अध्यक्ष देवसाय आतला ने दी है। मोहगांव में संपन्न इस ग्रामसभा में प्रतिनिधियों ने अनेक प्रकार के विकासात्मक निर्णयों पर चर्चा की।
महाग्रामसभा के तहत कुल 15 गांवों का समावेश किया गया है। इन गांवों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के साथ ही पीने के पानी की सुविधा, गांव पहुंचने के लिए पक्की सड़क का निर्माणकार्य, नदी व नालों पर छोटे पुल का निर्माणकार्य, मवेशियों और किसानों के लिए तालाबों का निर्माणकार्य करने सरकार से पत्र व्यवहार करने का निर्णय इस समय लिया गया। वहीं आदिवासी संस्कृति का जतन करने के लिए यहां आरंभ की गयी राज्य की पहली गांेडी बोली शाला को सरकारी मान्यता दिलाने के लिए महामहिम राज्यपाल के साथ पत्राचार करने का फैसला भी इस समय लिया गया। महाग्रामसभा द्वारा आरंभ की गयी बिरसा मुंडा रोपवाटिका से ग्रामीणों को नि:शुल्क पौधों का वितरण किया जाएगा। जिसका रोपण गांवों में करने का निर्णय लिया गया। इस समय मोहगांव संयुक्त गांव गणराज्य ग्रामसभा परिषद के अध्यक्ष देवसाय आतला, बावसू पावे, सुरेश गावडे, वसंत पोटावी, बारसु दुगा, देवू नरोटे, शेषराव गावडे, सैनू उसेंडी आदि प्रमुखता से उपस्थित थे।
Created On :   29 April 2022 1:09 PM IST












