2 व्यापारियों से 1.72 करोड़ रुपए की ठगी, एक ही परिवार के हैं आरोपी

2 व्यापारियों से 1.72 करोड़ रुपए की ठगी, एक ही परिवार के हैं आरोपी
2 व्यापारियों से 1.72 करोड़ रुपए की ठगी, एक ही परिवार के हैं आरोपी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। टूर्स एंड ट्रैवल्स, विदेशी मुद्रा खरीदी-बिक्री का लाइसेंस आदि के झांसे देकर दो व्यापारियों को तीन महिला सहित एक ही परिवार के  सदस्यों द्वारा बड़ी रकम ऐंठने के एक साथ दो मामले उजागर हुए हैं।   तहसील और अंबाझरी थाने में प्रकरण दर्ज किए गए, लेकिन अभी तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का दावा किया है।

आरोपी परिवार रामदासपेठ निवासी
पीड़ित व्यापारी आशीष जैन (38), इतवारी मस्कासाथ और सुरेंद्रचंद्र अग्रवाल (73), लिली लाइफ स्टाइल सोसाइटी, वाड़ी निवासी हैं। आरोपी देवेंद्र गोविंद गोयल, रितेश गोविंद गोयल, गोविंद मुरारीलाल गोयल, निकिता देवेंद्र गोयल, सभी गोविंद भवन, रामदासपेठ और पायल सोमानी, भक्तिसागर को-ऑपरेटिव सोसाइटी, आंबेडकर चौक, नागपुर निवासी है। 

इस तरह लिया झांसे में
गोयल परिवार अपने घर से ही श्री हाॅलिडेज नाम से इंटरनेशनल टूर्स एंड ट्रैवल्स का कारोबार संचालित करता है, हालांकि यह कारोबार सिर्फ दिखावे का होने के बारे में बताया जा रहा है, जबकि उनका असली काम टूर्स एंड ट्रैवल्स की आड़ में ठगी करने का बताया जा रहा है। किसी के जरिए आशीष, गोयल परिवार के संपर्क में आया। उनका ताम-झाम देखकर आशीष ने उनके कारोबार के बारे में पूछा। इस बारे में आरोपी भाई देवेंद्र और रितेश ने आशीष को मुनाफे वाला कारोबार बताकर कहा था कि, वे इंटरनेशनल हॉलिडेज पैकेज के नाम से देश-विदेश में टूर्स आयोजित करते हैं। इसके अलावा इंटरनेशनल होटल्स की बुकिंग, फ्लाइट की प्री-बुकिंग करते हैं। 

करेंसी बदलकर देने का भी काम
इसी प्रकार सैर पर निकले कई देश-विदेश के नागरिकांे के पास उस देश की करेंसी नहीं होती है, तो उस देश की करेेंसी बदलकर देने का भी काम करते हैं। जिसके चलते उनके पास भारतीय रिजर्व बैंक का रेमीटेंस लाइसेंस है। उन्होंने यह लाइसेंस आशीष को भी दिलाने की बात कही। इस बात में परिवार की महिलाओं ने भी हां में हां मिलाई। जिससे आशीष इनके झांसे में आ गया और आरोपियों को 2 करोड़ 29 लाख 90 हजार रुपए दिए। यह बात 15 दिसंबर 2014 से 28 फरवरी 2018 के बीच की है। 

एक व्यापारी से लिए 1.16 करोड़, दूसरे से लिए 59 करोड़
रुपए लेने के बाद आशीष को फर्जी लाइसेंस दिखाया गया। इससे आशीष को ठगे जाने का एहसास होने पर उसने अपनी रकम वापस मांगी। अन्यथा पुलिस में शिकायत करने की धौंस दी। परिणामस्वरूप इस रकम में से आरोपियों ने 1 करोड़, 16 लाख 81 हजार 500 रुपए आशीष को वापस किए, लेकिन शेष रकम 1 करोड़ 13 हजार 8500 रुपए अभी भी वापस नहीं किए हैं। आशीष की तरह आरोपियों ने सुरेशचंद्र अग्रवाल को भी इसी तरह से झांसा देकर उससे 59 लाख रुपए ऐंठ लिए हैं।

जांच आर्थिक विंग के सुपुर्द
दोनों मामले थाने पहुंचने पर प्रकरण को गंभीरता से लेकर गुरुवार को मामले दर्ज किए गए हैं। दोनों मामले बड़ी रकम से जुड़े होने के कारण इसकी जांच अपराध शाखा की आर्थिक विंग को सौंपी गई है। देवेंद्र और रितेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। शेष आरोपी फरार हैं।

एक भाई पर जबलपुर में दर्ज है मामला
गोयल परिवार के खिलाफ इसके पहले भी धोखाधड़ी के आरोप लगते रहे हैं। नंदनवन थाने में भी इसी तरह का प्रकरण दर्ज हैं। सूत्रों से पता चला है कि, आरोपी देवेंद्र सटोरी है। मध्य प्रदेश के जबलपुर में उसके खिलाफ वरली-मटके से जुड़ा हुआ प्रकरण दर्ज है।

Created On :   6 Feb 2021 4:10 PM IST

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