प्रवासी मजदूरों को बार्डर तक पहुंचाने का खर्च 2.70 करोड़

प्रवासी मजदूरों को बार्डर तक पहुंचाने का खर्च 2.70 करोड़
प्रवासी मजदूरों को बार्डर तक पहुंचाने का खर्च 2.70 करोड़

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रवासी मजदूरों को बॉर्डर तक छोड़ने के लिए सरकार ने 2.70 खर्च किए हैं । एसटी (राज्य मार्ग परिवहन महामंडल) की बसें लगाई गई थीं। 56 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से एसटी को इसके लिए भुगतान किया जाएगा। नागपुर विभाग में एक माह के अंदर 2.70 करोड़ रुपए का बिल हुआ है। एसटी ने इस बिल को मुंबई मुख्यालय भेजा है। वहां से केंद्र सरकार को यह बिल भेजा जाएगा। उसके बाद रकम एसटी के खाते में आएगी। 

1700 बसों की ली गई सेवा
कोविड-19 के कारण हुए लॉकडाउन में काफी संख्या में प्रवासी मजदूर जहां के तहां फंस गए हैं। इन मजदूरों को यहां से उनके घर पहुंचाने की पहल हुई। तय हुआ था कि बसों से राज्य की सीमा तक मजदूरों को पहुंचाया जाएगा। इसके लिए एसटी की 1700 बसों को लगाया गया। इन बसों से राज्य से लगी विभिन्न सीमाओं तक मजदूरों को पहुंचाया गया। 

4 केंद्र : नागपुर जिले से बसों के संचालन के लिए 4 केंद्र बनाए गए थे। बेलतरोड़ी पुलिस स्टेशन अंतर्गत पांजरी, पारडी क्षेत्र का भंडारा रोड, जबलपुर रोड, गणेशपेठ बस स्टैंड इसमें शामिल हैं। इन केंद्रों से मजदूरों को लेकर नि:शुल्क बॉर्डर तक पहुंचाया गया। बताया जाता है कि प्रति किलाेमीटर 40 रुपए का खर्च राज्य मार्ग परिवहन को आता है।

बसें ढो रहीं माल
राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने अब बसों से माल ढुलाई की शुरुआत की है। इसके लिए 5 बसों को मोडिफाई किया गया है। 2 मई को एक व्यापारी ने इसी मोडिफाई बस से बीज बुक करके सोलापुर भेजा है। बताया जाता है कि साढ़े छह लाख से ज्यादा चल चुकी बसों को मोडिफाई किया गया है। एसटी प्रबंधन का दावा है कि इन बसों के माध्यम से व्यापारी किफायती दामों में माल भेज सकते हैं। कोई भी व्यापारी पूरे राज्य में कहीं भी इन मोडिफाई बसों के माध्यम से माल भेज सकता है। 

बसें ढो रहीं माल
राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने अब बसों से माल ढुलाई की शुरुआत की है। इसके लिए 5 बसों को मोडिफाई किया गया है। 2 मई को एक व्यापारी ने इसी मोडिफाई बस से बीज बुक करके सोलापुर भेजा है। बताया जाता है कि साढ़े छह लाख से ज्यादा चल चुकी बसों को मोडिफाई किया गया है। एसटी प्रबंधन का दावा है कि इन बसों के माध्यम से व्यापारी किफायती दामों में माल भेज सकते हैं। कोई भी व्यापारी पूरे राज्य में कहीं भी इन मोडिफाई बसों के माध्यम से माल भेज सकता है। 

बसें ढो रहीं माल
राज्य मार्ग परिवहन महामंडल ने अब बसों से माल ढुलाई की शुरुआत की है। इसके लिए 5 बसों को मोडिफाई किया गया है। 2 मई को एक व्यापारी ने इसी मोडिफाई बस से बीज बुक करके सोलापुर भेजा है। बताया जाता है कि साढ़े छह लाख से ज्यादा चल चुकी बसों को मोडिफाई किया गया है। एसटी प्रबंधन का दावा है कि इन बसों के माध्यम से व्यापारी किफायती दामों में माल भेज सकते हैं। कोई भी व्यापारी पूरे राज्य में कहीं भी इन मोडिफाई बसों के माध्यम से माल भेज सकता है।

एसटी प्रबंधन को उम्मीद है कि माल ढुलाई से अच्छी आमदनी होगी। खास बात यह है कि इन बसों में माल की सुरक्षा का भी पुख्ता इंतजाम किया गया है।

बिल भेज दिया
सरकार की ओर से 56 रुपए प्रति किलोमीटर के हिसाब से हमें खर्च मिलेगा। नागपुर विभाग से चलाई कुल बसों का किराया 2 करोड़ 70 लाख हुआ है। इसका बिल मुख्यालय भेजा गया है। 
-नीलेश बेलसरे, विभाग नियंत्रक, एसटी महामंडल


 

Created On :   4 Jun 2020 5:35 AM GMT

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