सरकारी ब्लड बैंक में 2 साल में 293 यूनिट दूषित रक्त मिला
डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर की चार सरकारी ब्लड बैंकों में किए गए रक्त संग्रहण के दौरान दो साल में 293 यूनिट रक्त दूषित पाया गया है। यह रक्त दूषित होने से किसी मरीज के काम नहीं आ सका। इसे नष्ट करना पड़ा है।
2 साल में 31745 यूनिट रक्त संकलन
राज्य रक्त संक्रमण परिषद द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, शहर में चार सरकारी ब्लड बैंक हैं। इनमें डागा स्मृति महिला शासकीय अस्पताल, शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेडिकल), सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल और इंदिरा गांधी शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय व अस्पताल (मेयो) का समावेश है। इन चार अस्पतालों की ब्लड बैंकों में दो साल में 31745 यूनिट रक्त संकलन हुआ है। इनमें से 293 यूनिट रक्त दूषित पाया गया है। रक्त में एचआईवी, हिपेटाइटिस बी व सी के वायरस पाए गए थे। जांच के बाद इसकी पुष्टि हुई थी। बाद में दूषित रक्त को नेशनल एडस् कंट्रोल आर्गनाइजेशन (नैको) के मार्गदर्शक नियमानुसार नष्ट किया गया।
2021 में 161 व 2022 में 132 यूनिट दूषित रक्त
शहर की सरकारी ब्लड बैंकों में वर्ष 2021 में 17887 यूनिट रक्त संकलन हुआ था। इस साल जांच में 161 यूनिट दूषित रक्त पाया गया था। दूषित रक्त में एचआईवी पॉजिटिव 34, एचबीवी पॉजिटिव 115 और एचसीवी पॉजिटिव 12 यूनिट रक्त था। 2022 में 13864 यूनिट रक्त संकलन हुआ था। इस साल जांच में 132 यूनिट दूषित रक्त पाया गया था। दूषित रक्त में एचआईवी पॉजिटिव 27, एचबीवी पॉजिटिव 90 और एचसीवी पॉजिटिव 15 यूनिट रक्त था।
दो साल में रक्त संकलन व दूषित रक्त की संख्या इस प्रकार रही है
वर्ष ब्लड बैंक संकलन एचआईवी एचबीवी एचसीवी
2021 डागा 2102 01 10 02
2021 मेडिकल 8408 06 55 03
2021 सुपर 2307 04 12 02
2021 मेया 5064 23 38 05
2022 डागा 1682 03 05 02
2022 मेडिकल 6136 04 27 01
2022 सुपर 1559 03 11 02
2022 मेयो 4487 17 47 10
Created On :   11 April 2023 11:18 AM IST