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नागपुर के मेडिकल हास्पिटल के 42 डॉक्टर कोरोना संक्रमित

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नागपुर के मेडिकल हास्पिटल के पेइंग वार्ड में 6 रेसिडेंट डॉक्टर अौर 3 एमबीबीएस के विद्यार्थी भर्ती हुए। यहां 42 डाक्टर कोरोना संक्रमित हुए हैं । शहर में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इनमें मेडिकल स्टाफ भी शामिल हैं। वे भी पॉजिटिव आ रहे हैं। इससे पहले भी एमबीबीएस के 7 पॉजिटिव आए थे। उनमें से 6 लोगों को सहमति पत्र के साथ होमआइसोलेशन की अनुमति दी गई।
नई बैच के विद्यार्थी ज्यादा संक्रमित
एनेस्थेशिया महत्वपूर्ण विभागों में एक है। किसी भी सर्जरी या ऑपरेशन में एनेस्थेशिया की जरूरत होती ही है। ऐसे में पर्यायी व्यवस्था की गई है। अब तक करीब 10 रेसिडेंट डॉक्टर्स संक्रमित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त एमबीबीएस के नई बैच 2020 के विद्यार्थी ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं। साथ ही रविवार को नर्सिंग स्टाफ भी पॉजिटिव आए हैं। जानकारी के अनुसार करीब 3 नर्सिंग स्टाफ रविवार को संक्रमित हुआ है।-
सीटी स्कैन से पता चला
मेडिकल, मेयो और डेंटल कॉलेज के स्टाफ, डॉक्टर और विद्यार्थी पॉजिटिव मिले हैं। इनकी संख्या 42 पहुंच गई है। रविवार को भी 6 रेसिडेंट डॉक्टर और 3 एमबीबीएस के विद्यार्थी वार्ड में भर्ती हुए। रेसिडेंट डॉक्टर्स में एनेस्थेशिया और सर्जरी विभाग के डॉक्टर हैं। इनमें से कुछ डॉक्टर्स की आरटीपीसीआर जांच निगेटिव आई थी, लेकिन सीटी स्कैन से कोविड का पता चला और उन्हें भर्ती किया गया।
पत्र भेजकर "राहत' की मांग करेंगे
मेडिकल के विद्यार्थियों का फिलहाल एक्जाम टाइम चल रहा है। इसमें विद्यार्थियों को थिसिस के साथ अन्य असाइंमेंट भी रहते हैं। कोविड के कारण इस बार विद्यार्थियों को किसी तरह का रिलैक्सेशन नहीं मिला है। विद्यार्थियों ने लगातार काम किया है। साथ ही परीक्षा भी कोविड के पहले के शेड्यूल से चल रही है। इसके कारण विद्यार्थियों को परीक्षा की तैयारी करने में भी परेशानी हो रही है। सूत्रों के अनुसार, इस विषय को लेकर जल्द ही रेसिडेंट डॉक्टर्स डीन और डीएमईआर के डायरेक्टर से पत्र भेज कर मांग करने वाले हैं।
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Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
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ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।