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बाबा राम रहीम की गिरफ्तारी से अधर में 450 छात्राओं का भविष्य !

डिजिटल डेस्क,भोपाल। डेरा सच्चा सौदा के बाबा राम रहीम को बलात्कार के आरोप में सजा होने के बाद मध्यप्रदेश के बुदनी में संचालित आश्रम की छात्राओं की पढ़ाई संकट में आ गई है। तीन दिनों बाद स्कूल खुला तो कई छात्राएं स्कूल नहीं आई। वहीं कुछ अब यहां नहीं पढ़ने का मन बना चुकी हैं।
गौरतलब है कि 26 अगस्त हो CBI कोर्ट में बाबा को हुई सजा के फैसले के बाद पंचकुला, पंजाब सहित अन्य इलाकों में हुई हिंसा के बाद बुदनी के डेरा सच्चा सौदा आश्रम शाह सतनामी सुचैनपुर धाम के परिसर में मौजूद सतनामी कन्या विद्यालय में 3 दिनों की छुट्टी कर दी गई थी, इसके बाद से स्कूल की पढ़ाई सामान्य नहीं हो पाई है। इधर, बाबा के कारनामे सामने आने के बाद अचानक हुई स्कूल में 3 दिन की छुट्टी के बाद 31 अगस्त को किसी तरह स्कूल खुला, लेकिन स्कूल की 450 में से डेढ सौ छात्राएं स्कूल ही नहीं आई। गुरुवार को जो छात्राएं स्कूल आई वे भी अपने अभिभावकों की मौजूदगी में स्कूल पहुंचीं। इस दौरान स्कूल खुलने संबंधी जानकारी लेने पहुंचे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जीपी मीणा से कई अभिभावकों ने अपनी बच्चियों का डेरे के स्कूल से प्रवेश निरस्त कराकर बुदनी सहित आसपास के दूसरे किसी प्रतिष्ठित स्कूलों में एडमिशन दिलाने की मांग की है।
स्कूल के निरीक्षण के बाद ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बताया 3 दिन बाद स्कूल खुलने पर आसपास के इलाकों की छात्राएं स्कूल नहीं आई। 300 छात्राएं स्कूल आई जिनमें कुछ के अभिभावकों ने अब उनकी बच्चियों को स्कूल में नहीं पढ़ाने का फैसला किया है। इधर, स्कूल की वर्तमान परिस्थितियों की विस्तृत जानकारी जिला शिक्षा कार्यालय सीहोर को भेजी गई है।
संदिग्ध हैं स्कूल की व्यवस्थाएं
गौरतलब है बाबा की गिरफ्तारी के बाद से स्कूल की अचानक छुट्टी होने पर कुछ छात्राओं के परिजनों ने बुदनी के ब्लॉक शिक्षा कार्यालय में शिकायत की थी, इस शिकायत पर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने डेरे के स्कूल प्रबंधन को नोटिस भी भेजा था जिस पर आश्रम का कोई भी सेवादार पेश नहीं हुआ। इस दौरान पता चला कि छात्राओं के इस स्कूल का संचालन एक महिला उपप्राचार्य करती है, लेकिन वो भी किसी को अपना वास्तविक नाम नहीं बताती। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने बताया दो साल पहले भी स्कूल का आकिस्मक निरीक्षण करने गए थे, लेकिन तब भी स्कूल का गेट काफी देर तक नहीं खोला गया था इसके बाद स्कूल प्रबंधन से विवाद भी हुआ था। सीहोर जिला शिक्षा अधिकारी अनिल वैद्य का कहना है कि संबंधित घटना के बाद डेरे के कन्या स्कूल में तीन दिनों की छुट्टी कर दी गई थी, अभिभावकों की शिकायत पर स्कूल खुलने सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी के लिए BEO को मौके पर भेजा था जिसकी रिपोर्ट के बाद अभिभावकों के हित में यथासंभव निर्णय लेकर उनकी मदद करेंगे।
Created On :   1 Sept 2017 9:06 AM IST