- Dainik Bhaskar Hindi
- State
- 46 incense sticks plant closed in Gadchiroli district
बेरोजगारी: गड़चिरोली जिले के 46 अगरबत्ती प्रकल्प बंद

डिजिटल डेस्क,गड़चिरोली। उद्योग विहीन गड़चिरोली जिले में रोजगार को बढ़ावा देने के लिए वनविभाग ने पहल करते हुए अगरबत्ती प्रकल्प योजना को क्रियान्वित किया। योजना के तहत 7 करोड़ रुपए की लागत से जिले के विभिन्न स्थानों में 46 अगरबत्ती केंद्र स्थापित किए गए, लेकिन वर्तमान में इन केंद्रों में किसी प्रकार का कार्य नहीं किया जा रहा है। यह प्रकल्प पूरी तरह बंद होने के कारण स्थानीय बेरोजगारों से रोजगार छिन गया है। जिले के नाममात्र केंद्रों में इन दिनों केवल अगरबत्ती के स्टीकर बनाने का कार्य जारी होने की जानकारी मिली है।
बता दें कि, गड़चिरोली वनवृत्त के तत्कालीन मुख्य वनसंरक्षक टी.एस.के. रेड्डी की संकल्पना से जिले में अगरबत्ती केंद्र आरंभ किए गए। गड़चिरोली जिले के देसाईगंज, गड़चिरोली, आलापल्ली, भामरागड़ व सिरोंचा आदि 5 वनविभाग अंतर्गत 46 अगरबत्ती प्रकल्प शुरू किए गए। इसमें प्रायोगिक तत्व पर 5 प्रकल्प, आईएपी अंतर्गत 26, मानव विकास मिशन के तहत 11 और जिला योजना अंतर्गत चार प्रकल्प आरंभ किए गए। प्रायोगिक तत्व पर शुरू किए गए 5 प्रकल्प के लिए प्रति प्रकल्प 60 लाख रुपए का खर्च किया गया। यह प्रकल्प घोट, भामरागड़, सिरोंचा, देऊलगांव व पोर्ला में आरंभ किए गए, लेकिन यह सभी प्रायोगिक प्रकल्प बंद हैं। जिला मुख्यालय से सटे पोर्ला का अगरबत्ती प्रकल्प विगत अनेक दिनों से बंद है।
प्रकल्प के तहत दर्जनों की संख्या में महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराया गया था, लेकिन प्रकल्प बंद होने के कारण रोजगार प्राप्त महिलाओं को अब काम के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। वहीं आईएपी योजना अंतर्गत वनविभाग की ओर से 26 अगरबत्ती प्रकल्प शुरू किए गए। जिनमें आलापल्ली, गोमनी, हालेवारा, ताड़गांव, लाहेरी, कोटी, जांभई, कसुरवाही, गट्टा, अमराडी, रोमपल्ली, झिंगानुर, वडधम, जिमलगट्टा, कमलापुर, व्यंकटापुर, मुरूमगांव, मारोड़ा, वाकडी, कृपाला, कोंढ़ाला, तलेगांव, बेडग़ांव, वडेगांव, मरेगांव आदि प्रकल्प का समावेश किया गया। इन प्रकल्पों के लिए प्रत्येक 17 लाख 83 हजार रुपए खर्च किए गए। आईएपी के तहत आरंभ किए गए प्रकल्प जिले के दुर्गम क्षेत्र में आरंभ किए गए। इन सभी 26 प्रकल्पों के लिए आईएपी योजना के तहत गोदामों का निर्माण किया गया। जिसके बाद अगरबत्ती के लिए आवश्यक मशीनें उपलब्ध कराकर अगरबत्ती निर्माण का कार्य आरंभ किया गया। क्षेत्र के सैंकड़ों महिला-पुरुषों को इन प्रकल्प के माध्यम से रोजगार उपलब्ध कराया गया, लेकिन वर्तमान में यह प्रकल्प भी बंद हैं।
भोपाल: आईसेक्ट द्वारा डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
डिजिटल डेस्क, भोपाल। आईसेक्ट द्वारा लर्निंग एंड डेवलपमेंट की पहल के तहत बिलासपुर छत्तीसगढ़ स्थित डॉ. सी.वी. रामन विश्वविद्यालय में "टीम बिल्डिंग, टाइम मैनेजमेंट और सॉफ्ट स्किल्स" विषय एक दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का आयोजन किया गया। आईसेक्ट भोपाल की कॉर्पोरेट एचआर टीम इस अवसर पर बिलासपुर में उपस्थित रही और श्रीमती पुष्पा कश्यप की अध्यक्षता में टीम एचआर, बिलासपुर ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस इंटरैक्टिव सत्र में 80 से अधिक फैकल्टी सदस्यों ने अपनी पूरी भागीदारी के साथ भाग लिया। विशेषज्ञ प्रख्यात वक्ता श्रीमती गीतिका जोशी जो प्रबंधन और सॉफ्ट स्किल्स में एक कॉर्पोरेट ट्रेनर हैं, ने बात करते हुए टाइम मैनेजमेंट के कई टिप्स दिए और कार्यस्थल पर प्रोडक्टिव होने के तरीके बताए। श्री गौरव शुक्ला, डॉ. सीवीआरयू के रजिस्ट्रार और प्रो-वाइस चांसलर श्रीमती जयती मित्रा ने इस तरह के प्रशिक्षण के माध्यम से कर्मचारियों को अपस्किल करने में एलएंडडी/कॉर्पोरेट एचआर टीम के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कुछ अंतराल पर अपने तकनीकी और गैर-तकनीकी कर्मचारियों के लिए ऐसे कार्यक्रम आयोजित करने का भी प्रस्ताव रखा। सीवीआरयू बिलासपुर के चांसलर श्री संतोष चौबे, आईसेक्ट के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी और आईसेक्ट विश्वविद्यालय समूह की निदेशक श्रीमती अदिति चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सफलता पर टीम सीवीआरयू और कॉर्पोरेट एचआर/एल एंड डी को बधाई दी।
भोपाल: रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड
डिजिटल डेस्क, भोपाल। रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय के वूमेन डेवलपमेंट सेल द्वारा 5वां वूमेन एक्सिलेंस अवार्ड का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुश्री अनुभा श्रीवास्तव (आईएएस), कमिश्नर, हैंडलूम एंड हैंडीक्राफ्ट विभाग, मध्य प्रदेश , विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ रूबी खान, डायरेक्टर, डायरेक्टोरेट आफ हेल्थ सर्विसेज, सुश्री रवीशा मर्चेंट, प्रिंसिपल डिजाइनर, ट्रीवेरा डिजाइंस, बट ब्रहम प्रकाश पेठिया कुलपति आरएनटीयू उपस्थित थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स, प्रो-चांसलर, आरएनटीयू एंड डायरेक्टर, आइसेक्ट ग्रुप आफ यूनिवर्सिटीज ने की।
इस अवसर पर सुश्री अनुभा श्रीवास्तव ने महिलाओं को अपनी बात रखने एवं निर्णय क्षमता को विकसित करने पर जोर दिया। महिलाओं को अपने व्यक्तिगत विकास की जिम्मेदारी लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर भी अपने विचार साझा किए। डॉ. अदिति चतुर्वेदी वत्स ने कहा कि हम सभी जानते हैं कि हमारे जीवन में महिलाओं का एक अहं रोल होता है। चाहे वो रोल हमारी मां के रूप में हो या फिर बहन या पत्नी के रूप में। हमें हर रूप में महिला का साथ मिलता है। लेकिन ऐसा काफी कम होता है जब हम इन्हें इनके कार्य के लिए सम्मानित करते हैं। ऐसे में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें यह अवसर देता है कि हम अपने जीवन की महिलाओं को उनके कार्यों और उनके रोल के लिए सम्मानित करें। इसी तारतम्य में आरएनटीयू पांचवां वूमेन एक्सीलेंस अवॉर्ड से इन्हें सम्मानित कर रहा है।
डॉ रूबी खान ने महिलाओं के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी एवं अपने स्वास्थ्य का ध्यान कैसे रखें इसकी जानकारी दी। वहीं सुश्री रवीशा मर्चेंट ने महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त रहने एवं किसी भी परिस्थिति पर हार ना मानना एवं परिवार और काम में संतुलन बनाए रखने के विषय में विस्तृत जानकारी दी। डॉ ब्रम्ह प्रकाश पेठिया ने देश की बढ़ती जीडीपी में महिलाओं का अहम योगदान माना। उन्होंने बताया कि जल थल एवं हवाई सीमा में भी विशेष योगदान महिलाएं दे रही हैं।
कार्यक्रम में रायसेन और भोपाल जिले की शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली महिलाओं को वूमेन एक्सीलेंस अवार्ड से नवाजा गया। साथ ही पूर्व में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता महिलाओं को भी पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम के अंत में डॉ संगीता जौहरी, प्रति-कुलपति, आरएनटीयू ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संयोजन एवं समन्वयन नर्सिंग एवं पैरामेडिकल विभाग की अधिष्ठाता एवं महिला विकास प्रकोष्ठ की अध्यक्ष डॉ मनीषा गुप्ता द्वारा किया गया। मंच का संचालन डॉ रुचि मिश्रा तिवारी ने किया।
खबरें और भी हैं...
नागपुर खंडपीठ: आचार संहिता के चलते शुभकामना बैनर पर पाबंदी नहीं, गड़चिरोली के प्रत्याशी को राहत
गड़चिरोली: तालाब में बाघ का शव मिला
अब तक 3 पकड़ाए: बाघ का एक और शिकारी गिरफ्तार
स्वास्थ्य: गड़चिरोली जिले के 300 से अधिक बालक कुपोषण के रेड जोन में
महाराष्ट्र: गढ़चिरौली का पारा 7.4 डिग्री सेल्सियस, नागपुर 7.6 डिग्री सेल्सियस किया गया दर्ज