हंगामें के बीच विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित

5 days MP assembly Monsoon session adjourned prematurely
हंगामें के बीच विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित
हंगामें के बीच विधानसभा सत्र अनिश्चितकाल के लिये स्थगित
हाईलाइट
  • मध्य प्रदेश विधानसभा का पांच दिन चलने वाला मानसून सत्र मात्र दो दिन में ही हंगामें की भेंट चढ़ गया।
  • अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।
  • कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अड़ी रही।

डिजिटल डेस्क, भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा का पांच दिन चलने वाला मानसून सत्र मात्र दो दिन में ही हंगामें की भेंट चढ़ गया। लगातार हुए हंगामें और शोर-शाराबे के चलते विधानसभा अध्यक्ष सीतासरण शर्मा ने विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी।

विधानसभा के दूसरे दिन मंगलवार को भी पहले दिन की तरह जमकर हंगामा हुआ। इस हंगामें में सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों ने ही कोई कसर नहीं छोड़ी। सदन शुरू होते ही भाजपा ने इमरजेंसी को लेकर कांग्रेस पर जमकर आरोप लगाए। संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसकी शुरूआत करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अड़ी रही। भाजपा ने इमरजेंसी को देश के इतिहास का सबसे काला दिन बताया तो कांग्रेस ने गर्भ गृह में पहुंचकर आसंदी को घेरा।

इस बीच सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच कई बार तीखी नोंकझोक भी हुई। हंगामें के चलते सदन की कार्यवाही कई बार स्थगित हुई। सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्यों ने सीएम हाउस में आयोजित मीसाबंदियों के सम्मान के कार्यक्रम के विरोध में जमकर नारेबाजी की तो भाजपा ने मां को न्याय दिलााओं मां को घर लाओ के नारे लगाए।

इस बीच विपक्ष ने भाजपा पर अविशवस प्रस्ताव पर चर्चा न कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि अपनी पोल खुलने के डर से सरकार इस पर चर्चा नहीं करना चाहती है। वहीं कांग्रेस ने घपले घोटालों से भाजपा सरकार को घिरा हुआ बताया। नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह का आरोप था कि सरकार विपक्ष की आवाज को दबाना चाहती है, इसीलए इस मुद्दे को टाल रही है।

17 विधेयक पारित
सदन में भारी शोर शराबे और हंगामे के बीच कुल 17 विधेयक के साथ ही अनुपूरक बजट को बना किसी चर्चा के पारित कर दिया गया। पारित विधेयकों में आपातकाल के दौरान जेल गए मीसा बंदियों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा देने और लाड़ली लक्ष्मी योजना को कानूनी रूप देने वाला विधेयक भी है। वहीं सत्र के दौरान सभी विधायकों का ग्रुप फोटो सेशन होना था, पर यह नहीं हो सका।   

Created On :   27 Jun 2018 1:16 AM IST

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