महारेरा से 550 ग्राहकों को मिली राहत, बिल्डर को निर्देश, 2019 तक सौंपे फ्लैट

550 customers get relief from Maharashtra Home Building Regulatory Authority
महारेरा से 550 ग्राहकों को मिली राहत, बिल्डर को निर्देश, 2019 तक सौंपे फ्लैट
महारेरा से 550 ग्राहकों को मिली राहत, बिल्डर को निर्देश, 2019 तक सौंपे फ्लैट

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र गृह निर्माण नियामक प्राधिकरण (महारेरा) ने 550 ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए परियोजना से जुड़े बिल्डरों को निर्देश दिया है कि वे 31 दिसंबर 2019 तक उन्हें फ्लैट सौंप दें। ये ग्राहक पिछले सात सालों से अपने फ्लैट का इंतजार कर रहे हैं। अपने आदेश में महारेरा ने कहा है कि अगर संबंधित बिल्डर तय समय और तीन महीने की रियायती समय सीमा में फ्लैट देने में नाकाम रहे तो उन्हें फ्लैट सौंपने तक ब्याज देना होगा।

सात वर्षों से घर मिलने का इंतजार करे ग्राहक
मामला मीरारोड इलाके में बन रहे तन्वी इमिनेंस फेज एक और दो से जुड़ा हुआ है। 2009 में शुरू हुई यह बड़ी रिहाइशी आवासीय परियोजना 2011 आते-आते ठप पड़ गई। पर्यावरण से जुड़ी मंजूरियों और भागीदारों के आपसी विवाद के चलते काम आगे नहीं बढ़ पाया। 550 ग्राहकों ने 2010 से 2017 के बीच फ्लैट की बुकिंग की थी। परियोजना अटक गई। इससे डरे ग्राहकों ने तन्वी एमिनेंस ओनर्स वेलफेयर एसोसिएशन बनाई और महारेरा का दरवाजा खटखटाया।

बिल्डरों के हाथपैर फूले
गृहनिर्माण से जुड़े जानकार रमेश प्रभू के मुताबिक ग्राहक परियोजना से जुड़ा कामकाज खुद अपने हाथ में लेने के लिए तैयार थे। इसके बाद बिल्डरों के हाथपैर फूल गए और उन्होंने आपसी मतभेद सुलझाकर एसोसिएशन के साथ नए सहमति समझौते पर दस्तखत किए। प्रमोटरों ने हिस्सेदार रहे दहियाभाई सुतारिया को परियोजना का पूरा कामकाज अपने हाथ में लेने की इजाजत दे दी है। सुतारिया के साथ धवल धारजी नाम के नए हिस्सेदार अब परियोजना के लिए जिम्मेदार होंगे।

Created On :   13 Feb 2018 11:46 PM IST

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