समृद्धि एक्सप्रेस-वे के लिए ली जाएगी वन विभाग की 550 हेक्टेयर जमीन

550 hectares land of forest department for samruddhi expressway
समृद्धि एक्सप्रेस-वे के लिए ली जाएगी वन विभाग की 550 हेक्टेयर जमीन
समृद्धि एक्सप्रेस-वे के लिए ली जाएगी वन विभाग की 550 हेक्टेयर जमीन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस वे में वन विभाग की करीब 8 फीसदी जगह जा रही है। हेक्टेयर में देखें, तो करीब 550 हेक्टेयर जमीन एक्सप्रेस-वे में जा रही है आैर राज्य सरकार इसके बदले में वन विभाग को दोगुनी जमीन देने जा रहा है। MSRDC द्वारा बनाए जा रहे फॉरेस्ट प्रपोजल को वन विभाग की मंजूरी के बाद ही अंतिम रूप मिल सकेगा। नागपुर-मुंबई 8 लेन समृद्धि एक्सप्रेस-वे की लंबाई 710 किमी है।

राज्य सरकार ने इसके लिए सरकारी, गैर-सरकारी, निजी व वन विभाग की जमीन अधिगृहीत की है। नियमों पर गौर करें, तो वन विभाग की जितनी जमीन अधिगृहीत की जाती है, उससे दोगुनी जमीन वन विभाग को देनी पड़ती है। राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित जमीन वन विभाग ने स्वीकार करना जरूरी है, तभी फॉरेस्ट प्रपोजल पूरा हुआ ऐसा माना जाता है। समृद्धि एक्सप्रेस वे में वन विभाग की करीब 550 हेक्टेयर जमीन आ रही है। यह कुल मार्ग के करीब 8 फीसदी जगह है। राज्य सरकार के निर्देश पर MSRDC फॉरेस्ट प्रपोजल बना रहा है।

अभी प्रस्ताव स्वीकार नहीं
पिछले दिनों नागपुर दौरे पर आए MSRDC के प्रबंधन निदेशक राधेश्याम मोपलवार की अध्यक्षता में हुई बैठक में वन विभाग के आला अफसर मैाजूद थे। बैठक में कहां-कहां वन विभाग की कितनी जमीन गई और इसके बदले में कहां-कहां जमीन दी जा सकती है, इस पर चर्चा हुई। हालांकि वन विभाग ने अभी तक इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया है। फॉरेस्ट प्रपोजल बनकर लगभग तैयार है, लेकिन इसे अभी तक अंतिम रूप नहीं दिया जा सका। इस बीच समृद्धि के 13 चरणों के लिए जारी हुए टेंडर अपलोड करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। देश-विदेश की नामी कंपनियों ने टेंडर अपलोड किए हैं। मई अंत तक चयनित कंपनी को MSRDC मुख्यालय में सिक्योरिटी अमाउंट जमा करनी पड़ेगी।

यहां गई सबसे ज्यादा वन जमीन
सूत्रों के अनुसार, पूरे समृद्धि एक्सप्रेस-वे में भले ही वन विभाग 550 हेक्टेयर जमीन जा रही हो, लेकिन वन विभाग की सबसे ज्यादा जमीन नागपुर, वर्धा व अमरावती जिले में जा रही है। इन तीन जिलों में ही करीब 250 हेक्टेयर जमीन जा रही है। वन विभाग का बड़ा बेल्ट अमरावती जिले में आता है। विदर्भ में झुड़पी जंगल की हजारों हेक्टेयर जमीन है। झुड़पी जंगल के कठिन नियमों के कारण भी कई बार प्रोजेक्ट शुरू होने में विलंब होता है।

उपचुनाव के नतीजों के बाद भूमिपूजन
राज्य में लोकसभा की दो सीटों पर 28 मई को उपचुनाव होने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस दौरान चुनाव प्रचार में रहेंगे। भाजपा के लिए दोनों ही सीटें प्रतिष्ठा बनी हुई हैं। दोनों ही सीटें भाजपा के कब्जे में थीं। 31 मई को इसके नतीजे आएंगे। समृद्धि एक्सप्रेस-वे का नागपुर सहित एक साथ पांच जगह भूमिपूजन होगा। भूमिपूजन मुख्यमंत्री के हाथों होगा। MSRDC मुख्यालय मुख्यमंत्री का समय लेने में लगा है। मुख्यमंत्री कार्यालय से अभी तक समय नहीं मिला है। भूमिपूजन 3 जून को हो सकता है। तारीख आगे भी बढ़ सकती है। MSRDC मंत्री एकनाथ शिंदे भी चुनाव प्रचार में लगे हुए हैं।

राजस्व विभाग के अधिकारी के हवाले से बताया गया कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे में वन जमीन जा रही है। इसके बदले में वन विभाग को अन्यत्र जमीन दी जा रही है। दोगुनी जमीन देने की कोशिश जारी है। फॉरेस्ट प्रपोजल अभी तक पूर्ण नहीं हुआ है। वन विभाग ने अभी तक वैकल्पिक जमीन को अपनी मंजूरी नहीं दी है। मुंबई के अधिकारी इस काम को देख रहे हैं। हाल ही में नागपुर में हुई बैठक में यह मुद्दा उठा था, लेकिन इस बारे में विस्तार से बताया नहीं जा सकता।

संगीता जैस्वाल, अधीक्षक अभियंता MSRDC के मुताबिक समृद्धि एक्सप्रेस वे में करीब 8 फीसदी वन जमीन जा रही है। इसके बदले में वैकल्पिक जमीन देने की प्रक्रिया चल रही है। टेंडर अपलोड हो चुके हैं। अभी जांच-पड़ताल हो रही है। इसी माह कंपनियों का चयन हो सकता है।

Created On :   21 May 2018 5:16 PM GMT

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