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नागपुर में 5.94% कम जल संचय , 25 दिनों में कम हुआ 19.46 प्रतिशत पानी

अमित कुमार, मुंबई। प्रदेश में बढ़ती गर्मी के बीच जलाशयों का जलभंडारण कम होता नजर आने लगा है। राज्य के कुल 3267 जलाशयों में 42.58 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि 25 दिन पहले यह जल भंडारण 62.04 प्रतिशत था। भीषण गर्मी के चलते पच्चीस दिनों में जल भंजारण में 19.46 प्रतिशत की कमी आई है। पिछले साल इस दिन 42.95 प्रतिशत जलसंचय था। यानी पिछले साल की तुलना में फिलहाल जलाशयों में कम पानी है।
नागपुर विभाग के 384 जलाशयों में पिछले साल के मुकाबले 5.48 प्रतिशत कम पानी है। तेज गर्मी के कारण जलाशयों में पानी सूखने के कारण जलभंडारण में मई महीने के आखिर तक और कमी आ सकती है। शुक्रवार को राज्य के जलसंसाधन विभाग की ओर से यह जानकारी मिली। इसके अनुसार राज्य के बड़े, मध्यम और छोटे जलाशयों में 25281.36 मिलियन क्यूबिक मीटर जलसंचय है। जिसमें से 17365.04 मिलियन क्यूबिक मीटर इस्तेमाल लायक पानी है। नागपुर विभाग के 384 जलाशयों में 39.15 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि पिछले साल इस दिन 44.63 प्रतिशत जलभंडारण था। अमरावती विभाग 446 जलाशयों के पिछले साल के 47.68 प्रतिशत पानी की तुलना में अभी 51 प्रतिशत जलसंचय है। औरंगाबाद विभाग के 964 जलाशयों में बीते साल के 44.16 प्रतिशत पानी की तुलना में अभी 51.65 प्रतिशत जल भंडारण है। नाशिक विभाग के 571 जलाशयों में 42.22 प्रतिशत पानी है। जबकि गत वर्ष इस दिन 46.07 प्रतिशत पानी उपलब्ध था। पुणे विभाग के 726 जलाशयों में 35. 69 प्रतिशत जलभंडारण है। जबकि बीते साल इस दिन पुणे विभाग के जलाशयों में 37.93 प्रतिशत पानी का भंडारण था। कोंकण विभाग के 176 जलाशयों में 48.77 प्रतिशत पानी उपलब्ध है। जबकि बीते साल 49.16 प्रतिशत जलसंचय था।
12 अप्रैल 62.04 प्रतिशत जल भंडारण
6 मई 42.58 प्रतिशत जल भंडारण कहां कितना पानी
विभाग 6 मई 2022 6 मई 2021
नागपुर 39.15 प्रतिशत 44.63 प्रतिशत
अमरावती 51 प्रतिशत 47.68 प्रतिशत
औरंगाबाद 51.65 प्रतिशत 44.16 प्रतिशत
नाशिक 42.22 प्रतिशत 46.07 प्रतिशत
पुणे 35.69 प्रतिशत 37.93 प्रतिशत
कोंकण 48.77 प्रतिशत 49.16 प्रतिशत
Created On :   7 May 2022 4:11 PM IST