ऑपरेशन कर जर्सी गाय के पेट से निकाली 65 किलो पॉलीथिन

65 kg polyethylene extracted from the cow stomach operation
ऑपरेशन कर जर्सी गाय के पेट से निकाली 65 किलो पॉलीथिन
ऑपरेशन कर जर्सी गाय के पेट से निकाली 65 किलो पॉलीथिन

डिजिटल डेस्क छिन्दवाड़ा/ पांढुर्ना । मवेशियों का पॉलीथिन खाना कितना घातक हो सकता है, इसका उदाहरण पांढुर्ना शहर में देखने को मिला है। स्थानीय पशु चिकित्सा विभाग की टीम ने एक जर्सी गाय के पेट का ऑपरेशन कर करीब 65 किलो पॉलीथिन निकाली है। करीब चार घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद कई दिनों से पेद दर्द से जूझ रही गाय को भी राहत मिल पाई। इस घटना से प्रशासन के पॉलीथिन पर प्रतिबंध लगाने के दावे की पोल भी खुल गई।
गाभन है जर्सी गाय - सुरक्षित है बच्चा
ऑपरेशन करने वाले पशु चिकित्सक डॉ.समीर सिंह ने बताया कि शहर के टेकड़ी वार्ड निवासी पशुपालक बंडू क्षिरसागर की गाभन जर्सी गाय करीब सात दिनों से खाना नही खा रही थी। सामान्यत: कई बार मवेशियों के गाभन रहने के दौरान ऐसी परेशानी सामने आती है, जिसके चलते इस गाय को भी नियमित दवाईयां दी जा रही थी। मंगलवार को जब गाय के पेट की जांच की गई तो इसमें बच्चे के अलावा अन्य कुछ पदार्थ महसूस हुआ। जिसके बाद गाय का ऑपरेशन करने का फैसला लिया गया। गाय का जब ऑपरेशन किया गया तो उसके पेट से करीब 65 किलो पॉलीथिन निकली। पॉलीथिन ने धीरे-धीरे पेट में जमा होकर ट्यूमर का रूप ले लिया था। इस ट्यूमर को बाहर निकालकर गाय को राहत पहुंचाई गई, वहीं गाय के पेट में पल रहा बच्चा भी सुरक्षित है। गाय का ऑपरेशन करने वाली टीम में डॉ.समीर सिंग के साथ डॉ.केतन पांडे, पशु सहायक प्रकाश माकड़े, संजय रेवतकर, मनोहर उईके, भानु कोराईक, हंसराज डिगरसे शामिल रहे।
खाने की जगह खत्म कर देती है पॉलीथिन:
डॉ.समीर सिंग ने बताया कि फिलहाल गाय की हालत सामान्य है और दो-तीन दिनों में वह खाना भी खाने लगेगी। डॉ.सिंग के अनुसार पॉलीथिन गाय के पेट में जमा हो जाती है और आकार बड़ा होने के कारण पेट से निकल नहीं पाती। गाय के चलने-फिरने से पॉलीथिन किसी वाशिंग मशीन में रखे कपड़े की तरह घूमकर आपस में गूंथ जाती है। जिससे उसका निकलना और मुश्किल हो जाता है। मात्रा बढने पर पेट में खाने की जगह खत्म हो जाती है। जिससे मवेशी खाना-पीना छोड़ देते है। कई बार मवेशियों के मुंह, नाक और आंखों से पानी व सफेद द्रव्य भी निकलता है। धीरे-धीरे कमजोर होकर मवेशी की मौत हो जाती है। डॉक्टरों का कहना है कि दिनोंदिन बढ़ रहे पॉलीथिन के उपयोग के चलते बचा हुआ खाना या सब्जी पॉलीथिन में डाल दिया जाता है, ऐसे में मवेशी पॉलीथिन भी खा लेते है।

 

Created On :   27 Feb 2019 5:12 PM IST

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