7 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हेडमास्टर अब भी लापता

7 days later, the polices hands are empty, not the headmasters leads
7 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हेडमास्टर अब भी लापता
7 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली, हेडमास्टर अब भी लापता

डिजिटल डेस्क,सतना। मुड़िया देव गांव से अगवा किए गए हेडमास्टर यशोदा प्रसाद कोल का सात दिन बाद भी कोई पता नहीं चल पाया है। इसी बीच यह खुलासा हुआ है कि यशोदा प्रसाद पर निर्वाचन कार्य की भी जिम्मेदारी थी। कोल को जिला प्रशासन ने बीएलओ नियुक्त किया था। अब उनके अपहरण के बाद से चुनाव की तैयारियों पर भी असर पड़ रहा है।

सात दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस को न तो डकैत ललित पटेल का कोई सुराग मिला है, न ही अगवा हेडमास्टर यशोदा प्रसाद कोल का। पुलिस की नाकामी से 30 हजार के इनामी डकैत का हौसला बढ़ता जा रहा है। 8 जुलाई की रात हेडमास्टर को बंदूक की नोक पर अगवा करने वाले डकैतों ने उन्हें सकुशल रिहा करने के बदले घर वालों से 20 लाख की बड़ी रकम मांगी है। हालांकि इस बात की पुष्टि कोई भी नहीं कर रहा।

वहीं पुलिस अधीक्षक का प्रभार संभालने के बाद एएसपी रामेश्वर यादव चित्रकूट पहुंचे, जहां अमावस्या मेला की तैयारियों पर प्रभारी एसडीओपी गजेंद्र सिंह व नयागांव थाना प्रभारी सुधांशु तिवारी से चर्चा करने के बाद बरौंधा पहुंचे। यहां उन्होंने शिक्षक को मुक्त कराए जाने के लिए चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की। एएसपी ने दावा किया है कि अगले 48 घंटों में यशोदा प्रसाद को छुड़ा लिया जाएगा। दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश के बांदा व कर्बी जिलों की पुलिस पीएसी के जवानों के साथ बड़े इलाके में काम्बिंग करते हुए डकैतों पर दबाव बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।

Created On :   15 July 2017 9:22 AM IST

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