यहां एक साथ 7 हजार आदिवासी पढ़ेंगे शांति और अहिंसा का पाठ, 3 मार्च की सुबह शुरू होगा पठन

7 thousand tribals together will read the lessons of peace and non-violence in Gadchiroli
यहां एक साथ 7 हजार आदिवासी पढ़ेंगे शांति और अहिंसा का पाठ, 3 मार्च की सुबह शुरू होगा पठन
यहां एक साथ 7 हजार आदिवासी पढ़ेंगे शांति और अहिंसा का पाठ, 3 मार्च की सुबह शुरू होगा पठन

डिजिटल डेस्क,  गड़चिरोली। नक्सल प्रभावित और आदिवासी बहुल गड़चिरोली जिले को पूरी दुनिया में नई पहचान दिलाने के लिए जिला पुलिस विभाग और आदर्श मित्र मंडल ने कमर कस ली है। एक साथ 7 हजार आदिवासियों की उपस्थिति में गांधी विचार और अहिंसा नामक बुक का पठन कर इस उपक्रम को गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में दर्ज करने की कवायद शुरू हो गई है। धूलीवंदन के उपरांत 3 मार्च को गड़चिरोली के पुलिस परेड ग्राउंड पर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स के अधिकाधिरिक समस्वयकों की उपस्थिति में यह उपक्रम होगा। गिनीज द्वारा तय मापदंडों को यदि पार कर लिया गया तो गड़चिरोली जिला पूरी दुनिया में एक अलग पहचान बनाकर उभरेगा।

गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराने की तैयारी
एक पत्र परिषद में गड़चिरोली के अपर पुलिस अधीक्षक डा. माहेश्वर रेड्डी ने बताया कि  इसके पूर्व विश्व के तुर्की में 5 हजार 750 लोगों की उपस्थिति में एक किताब का पठन कर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज कराया था । चूंकि गड़चिरोली जिला नक्सल प्रभावित है, यहां पर बड़े पैमाने पर हिंसा फैली हुई है। इस उपक्रम के माध्यम से लोगों को शांति एवं अहिंसा का पाठ पढ़ाने एक साथ 7  हजार लोगों की उपस्थिति में गांधी विचार एवं अहिंसा नामक किताब का पठन किया जाएगा। तुर्की का रिकार्ड तोड़कर गड़चिरोली का नाम दर्ज कराने के लिए यह प्रयास किया जा रहा है। इस उपक्रम के लिये गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स के प्रशासकीय अधिकारियों से विगत तीन महीनों से चर्चा जारी है। उनके द्वारा प्राप्त दिशा-निर्देशों के आधार पर आगामी 3 मार्च को पुलिस परेड ग्राउंड में किताब का पठन किया जाएगा। इस उपक्रम में आदिवासी क्षेत्र के विद्यार्थी समेत ग्रामीण आदिवासी, पुलिस पटेल, सीआरपीएफ की 192 बटालियन के जवान, आम नागरिक और वॉलीबॉल प्रतियोगिता के खिलाड़ी सम्मिलित होंगे।

3 मार्च की सुबह 10 बजे शुरू होगा पठन
3 मार्च की सुबह 10 बजे किताब पठन आरंभ होगा। करीब 20 मिनट तक इस किताब का पठन किया जाएगा। इस विशेष कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहिर करेंगे। इस समय राज्य के आदिवासी विकास एवं वन राज्यमंत्री तथा जिले के पालकमंत्री अंब्रीशराव आत्राम, नक्सल विरोधी अभियान के विशेष पुलिस महानिरीक्षक शरद शेलार, गड़चिरोली परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक अंकुश शिंदे प्रमुखता से उपस्थित रहेंगे। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम में लोगों से बड़ी संख्या में शामिल होकर इसे सफल बनाने का आह्वान भी अपर पुलिस अधीक्षक रेड्डी ने किया है। पत्र परिषद में आदर्श मित्र मंडल के उदय जगताप, श्रीनिवास सुंचूवार, मिलिंद वेरलेकर, अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक राजाराम सामी, गड़चिरोली के अपर पुलिस अधीक्षक (अभियान) डा. हरि बालाजी, अपर पुलिस अधीक्षक महेंद्र पंडित सीआरपीएफ ९ बटालियन के कमांडेंट रवींद्र भगत, 192  बटालियन के मनोज कुमार आदि प्रमुखता से उपस्थित थे। 

तो होगी सबसे बड़ी उपलब्धि 
विश्व की सबसे तेज सर्चिंग वेबइंजन के रूप में गूगल परिचित है। गूगल में सर्च होने वाला शांति शब्द आज चौथे स्थान पर है। अगर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में गड़चिरोली का प्रयास सफल होता हैं तो विश्व के किसी भी स्थान पर गुगल पर शांति सर्च करने पर गड़चिरोली का नाम दर्शाया जा सकेगा। अतिपिछड़े गड़चिरोली जिले के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। (मिलिंद वेरलेकर समन्वयक, गिनीज बुक रिकार्ड्स (पुणे)) 

वीर बिरसा मुंडा और शहीद शेडमाके के परिजन होंगे शामिल 
इस ऐतिहासिक पल के दौरान वीर बिरसा मुंडा के नाती सुखराम और बुधराम मुुंडा गड़चिरोली में उपस्थित रहेंगे। वे फिलहाल झारखंड राज्य के उलिहातु गांव के निवासी हैं। वहीं वीर शहीद बाबूराव शेडमाके के परिजन भी यहां उपस्थित रहेंगे। दोनों वीरों ने गड़चिरोली के आदिवासियों को अपने हक के लिए लडऩे की सीख दी थी।  (रवींद्र भगत, कमांडेंट, सीआरपीएफ 9 बटालियन, गड़चिरोली)

128  नियमों को पूरा करना होगा
गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स में नाम दर्ज करने के लिए कुल 128 नियमों को पूरा करना पड़ेगा। उपक्रम में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को बारकोड लगा एक रिस्टबैंड लगाया जाएगा जबकि पूरी गतिविधि पर नजर रखने के लिए एक ऑडिटिंग फर्म के 12  सी.ए. पुलिस परेड ग्राउंड में उपस्थित रहेंगे। 12 ऑनलाइन वीडि़ओ कैमरों की सहायता से इस उपक्रम का लाइव कवरेज पूरी दुनिया देख सकेगी। इस दौरान कवरेज के लिये ड्रोन की मदद भी ली जाएगी। 10 आईपीएस और आईएएस अधिकारियों का विशेष पैनल भी इस समय उपस्थित रहेगा। इनमें जिले के जिलाधीश शेखर सिंह प्रमुखता से उपस्थित रहेंगे। इस पूरी गतिविधि पर गिनीज बुक ऑफ वल्र्ड रिकार्ड्स  के प्रशासकीय अधिकारी ऑनलाइन तरीके से नजर रखेंगे। वहीं प्रतिभागियों के प्रवेश के लिए 3 प्रवेश द्वार का निर्माण होगा। यह प्रयास करने वाला गड़चिरोली पुलिस विभाग पूरे देश में पहला कहलाया जाएगा। 

सभी प्रतिभागियों को मिलेंगे प्रमाणपत्र
गड़चिरोली पुलिस विभाग, आदर्श मित्र मंडल, उडान फाउंडेशन और  लक्ष्मीनृसिंह पतसंस्था के संयुक्ततत्वावधान में आयोजित गिनीज बुक रिकार्ड के इस प्रयास में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को गिनीज की ओर से प्रमाणपत्र दिया जाएगा। 

Created On :   1 March 2018 11:33 AM IST

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