- Home
- /
- निर्माणाधीन पुल की सेंटिंग गिरने से...
निर्माणाधीन पुल की सेंटिंग गिरने से 2 महिला श्रमिकों की हालत गंभीर

डिजिटल डेस्क, सतना। चित्रकूट-सतना स्टेट हाइवे-11 पर कोठी थाना क्षेत्र के अंतर्गत बायपास पर निर्माणाधीन पुल की सेंटिॆग गिरने से गुरुवार की शाम मौके पर काम कर रहे 7 श्रमिक घायल हो गए। इनमें से 2 महिला श्रमिकों की हालत गंभीर है। इन दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसा सटरिंग के लिए तैयार किए गए घटिया जाल की वजह से हुआ। रोइनी से रनेही मोड़ के बीच कोठी बायपास में कोठियार नदी पर अर्से से 70 मीटर लंबा पुल निर्माणाधीन है।
भाग गया ठेकेदार
हादसे के वक्त तकरीबन 40 मजदूर काम पर लगे हुए थे। घटना के साथ ही मौके पर मौजूद श्रमिकों का ठेकेदार सुरेन्द्र यादव भाग गया। मौके पर पहुंचे डीएसपी नीरज नामदेव ने डायल-100 की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस के मुताबिक हादसे में गंभीर रुप से घायल 40 वर्षीया केशकली पत्नी भल्लू मवाशी और 35 वर्षीया लक्ष्मी पत्नी धुल्ला मवाशी (दोनों निवासी तुर्रा) को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केशकली को हेड इंज्युरी की आशंका है। इसी हादसे में घायल तुर्रा निवासी मुन्ना मवासी की बेटी छोटी और रीवा जिले के अगडाल निवासी 40 वर्षीय श्रमिक रामजियावन पिता छोटे केवट का इलाज कोठी के सरकारी अस्पताल में चल रहा है। जबकि 3 अन्य मजदूरों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है।
20 टन की भी क्षमता नहीं
हादसे के बाद स्थल पर पहुंचे तकनीकी जानकारों का दावा है कि बायपास पर निर्माणाधीन पुल गुणवत्ता विहीन है। ये पुल अगर यं ही बन गया तो इसकी भार क्षमता 20 टन भी नहीं रहेगी। पुल के लिए प्रस्तावित 8 पावे भी मानक स्तर के नहीं हैं। लोहा, बालू और सीमेंट भी घटिया दर्जे के इस्तेमाल की जा रही है। उल्लेखनीय है ईपीसी मोड पर ये काम अब तिरुपति बिल्डिकॉन के पास है। बतौर पेटीकांट्रेक्टर तिरुपति ने ये काम शिव शक्ति कांस्ट्रक्शन को टिका रखा है। लॉयन इंजीनियरिंग इसकी कंसल्टेंसी है और निर्माण एजेंसी स्वयं एमपीआरडीसी है। मगर, बावजूद इसके इस गुणवत्ता विहीन काम पर इन दोनों अहम एजेंसियों ने आंखें मंद रखी हैं।



Created On :   21 Dec 2018 1:52 PM IST