गया, औरंगाबाद में नकली शराब पीने से 4 दिनों में 8 लोगों की जान गई

8 people died in 4 days due to drinking spurious liquor in Gaya, Aurangabad in Bihar
गया, औरंगाबाद में नकली शराब पीने से 4 दिनों में 8 लोगों की जान गई
बिहार गया, औरंगाबाद में नकली शराब पीने से 4 दिनों में 8 लोगों की जान गई

डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार के गया और औरंगाबाद जिलों में पिछले चार दिनों में संदिग्ध नकली शराब पीने से आठ लोगों की मौत हो गई है।

गया में मंगलवार को शराब पीने से जहां तीन लोगों की मौत हो गई और अन्य आठ बीमार हो गए, वहीं औरंगाबाद में पिछले तीन दिनों में पांच लोगों की मौत हो गई।

गया में मृतक के परिवार ने दावा किया कि उन्होंने सोमवार को एक शादी समारोह के दौरान शराब पी थी।

मृतकों की पहचान अमर पासवान (26), राहुल कुमार (27) और अर्जुन पासवान (43) के रूप में हुई है। ये लोग जिले के आमस थाना क्षेत्र के पथरा गांव में एक शादी समारोह में शामिल होने गए थे, जहां उन्होंने देशी शराब पी।

कुछ घंटों के बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। उन्होंने उल्टी, पेट दर्द और धुंधली दृष्टि की शिकायत की। उन्हें आमस के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में ले जाया गया, जहां अमर पासवान और अर्जुन पासवान की मौत हो गई, जबकि राहुल कुमार को मगध मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

इस समय एक व्यक्ति मगध मेडिकल कॉलेज में, जबकि अन्य सात आमस पीएचसी में भर्ती हैं।

पुलिस इस घटना पर चुप्पी साधे हुई है, लेकिन पथरा गांव में छापेमारी की है।

नकली शराब से गया के अलावा, पिछले तीन दिनों में पड़ोसी औरंगाबाद जिले में पांच लोगों की जान चली गई और दो अन्य को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

मदनपुर थाना क्षेत्र के खिरियावा गांव में सोमवार रात तीन लोगों की रहस्यमय हालात में मौत हो गई, जबकि दो अन्य की शनिवार को मौत हो गई थी।

मृतकों की पहचान खिरियावा गांव के शिव साव, शंभू ठाकुर, अनिल शर्मा के रूप में हुई है। अन्य दो रानीगंज गांव के रहने वाले थे, जिनकी शनिवार को मौत हो गई।

अनिल शर्मा के रिश्तेदारों ने दावा किया कि उन्होंने पंडरिया मोड़ में शराब पी थी, जबकि शिव साव और शंभू ठाकुर के परिजनों ने कहा कि उन्होंने सोमवार शाम को पासी इलाके में ऐसा किया।

घर लौटने पर उन्होंने बेचैनी की शिकायत की और उन्हें मदनपुर के सामान्य स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। उन्हें सदर अस्पताल औरंगाबाद रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही उन्होंने दम तोड़ दिया।

शेरघाटी के एक निजी अस्पताल में बबलू ठाकुर और भोला विश्वकर्मा का इलाज चल रहा है।

औरंगाबाद जिले के एसपी कांतेश कुमार मिश्रा ने दावा किया कि जिला पुलिस के पास मौतों के बारे में सटीक जानकारी नहीं है।

मिश्रा ने कहा, मृतकों के परिवार ने शवों का अंतिम संस्कार कर दिया है। हमें पता चला है कि उनकी मौत बीमारी के कारण हुई थी। फिर भी, पुलिस सटीक कारण का पता लगाने का प्रयास कर रही है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Created On :   24 May 2022 6:30 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story