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पुलिस से बचने क्या-क्या नहीं बेले पापड़, आखिर शिकंजे में आ गया मोबाइल चोर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। रेलवे स्टेशन पर मोबाइल चोर पुलिस के हत्थे चढ़ गया। आरोपी का नाम राजेश पांडे है, उसकी उम्र 35 साल बताई जा रही है। आरोपी मध्यप्रदेश का रहने वाला है। जो ट्रेन में सफर कर रहे यात्रियों का मोबाइल चुरा लेता था। इस काम में वो इतना एक्सपर्ट हो चुका था, कि चोरी के दौरान किसी को उसपर शक भी नहीं होता था। लेकिन संतरा नगरी की आरपीएफ को छकाना इतना आसान नहीं था। चोरी की वारदात को अंजाम देकर जैसे ही वो चलती ट्रेन से उतरा, उसके हावभाव देखकर गश्त लगा रहे सिपाही को शक हो गया।
फिल्मी स्टाइल में ट्रैक पर दौड़ा
शक की बिनाह पर राजेश शिकंजे में फंस गया। हालांकि उसे पकड़ना आसान नहीं था, फिल्मी स्टाइल में उसने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन वो कामयाब नहीं हो सका। पकड़े जाने पर उसने चोरी का जुर्म कबूर कर लिया और जब यह बात आला अधिकारियों तक पहुंची, तो गुत्थी सुलझाने में जुटे तीनों पुलिसवालों को इनाम दिया गया। दरअसल यह वाकया आधी रात का है, जब प्लेटफार्म नंबर 3 पर हटीया-पुणे एक्सप्रेस स्टेशन से चल पड़ी थी, इसी बीच एक शख्स चलती ट्रेन से नीचे उतर गया। यह देख आरपीएफ के सिपाही संजय को शक हुआ। संजय ने आरोपी से पूछताछ की। इसद दौरान सवालों के जवाव देने की बजाए राजेश बहस करने लगा। इतना ही नहीं उसने सिपाही को वर्दी उतरवा देने की धमकी तक दे डाली। हालांकि संजय सारा माजरा भांप चुके थे।
सिपाही ने नहीं मानी हार
सिपाहियों से नजर चुराते आरोपी राजेश प्लेटफार्म नंबर एक के ट्रैक से भागने लगा। वहां मालगाड़ी खड़ी थी, तो दूसरी तरफ लाइन पर एक्सप्रेस रवाना होने वाली थी। दोनों ट्रेनों पर चढ़कर आरोपी आगे निकल गया। हालांकि संजय ने हार नहीं मानी, एफओबी के सहारे प्लेटफार्म नंबर एक पर पहुंचकर उन्होंने वहां मौजूद एक दुकानदार से पूछताछ की। तब संजय को पता चला कि जनरल वेटिंग रूप में कोई तेजी से अंदर जाते दिखाई दिया। यह सुनकर संजय बिना वक्त गंवाए वहां पहुंच गए।
पुलिस से बचने बदली टीशर्ट
इधर पुलिस से बचने के लिए आरोपी राजेश ने पहनी हुई लाल टीशर्ट निकाल फेंकी और हरी टीशर्ट पर बाहर आ गया। साथ ही उसने कपड़ों के साथ अपनी टोपी भी बदल ली थी। उसे लगा कि ऐसा करने से पुलिस पकड़ नहीं पाएगी। जब्कि संजय उसे पहचान चुके थे। संजय के साथी सिपाहियों ने जैसे ही राजेश को पकड़ा, वो झूमाझटकी पर उतर आया। इसी बीच पुलिस ने यात्रियों की मदद से आरोपी पर शिकंजा कसा।
चोरी का माल जब्त
इसके बात क्या था, गिरफ्त में आते ही आरोपी ने राज उगलने शुरु कर दिए। उसने बताया कि आने-जाने वाली कुछ ट्रेनों में उसने यात्रियों के मोबाइल चोरी कर लिए। मामले की सूचना मिलते ही आधिकारियों ने सीसीटीवी खंगाला। इसके बाद आरपीएफ सिपाही संजय खंडारे, शेख शकील, कामसिंह ठाकुर तीनों सिपाहियों को मंडल सुरक्षा आयुक्त ज्योतिकुमार सतिजा की ओर से सम्मानित किया गया। आरोपी के पास 7 अलग-अलग 28 हजार 3 सौ 65 रुपए के मोबाइल जब्त कर लिए गए।
क्राइम मुक्त स्टेशन का लक्ष्य
मंडल सुरक्षा आयुक्त ज्योतिकुमार सतिजा ने बताया कि वह अपराध मुक्त स्टेशन बनाना चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने क्राइम डीटेक्शन टीम बनाई है। उन्हीं में एक सदस्य ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया है।
Created On :   17 Sept 2018 8:07 PM IST