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पड़ोसी राज्यों से आने वाली शराब पर रखी जाएगी कड़ी नजर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। स्टेट एक्साइज कमिश्नर कांतिलाल उमप ने स्टेट एक्साइज भवन नागपुर में विदर्भ के सभी जिलों के एक्साइज अधिकारियों के साथ बैठक कर कामकाज की समीक्षा की। कमिश्नर उमप ने हाथ भट्ठी की शराब से होने वाले सरकारी राजस्व की हानि को रोकने के लिए अवैध शराब बिक्री पर आैर नकेल कसने व राजस्व बढ़ाने पर जोर देने को कहा। नागपुर, चंद्रपुर, गोंदिया व यवतमाल जिले से पड़ोसी राज्यों की सीमा लगने के कारण यहां विशेष नजर रखने की जरूरत है।
प्रस्तुत किया गया लेखा-जोखा
उमप मुंबई से नागपुर पहुंचे आैर शनिवार को कॉटन मार्केट स्थित स्टेट एक्साइज विभाग के भवन में विदर्भ के सभी एक्साइज अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में उपायुक्त मोहन वर्दे, नागपुर समेत विदर्भ के सभी जिलों के एक्साइज अधीक्षक, उपाधीक्षक व इंस्पेक्टर स्तर के अधिकारी शामिल हुए। श्री उमप ने ज्यादा से ज्यादा राजस्व बढ़ाने तथा अवैध शराब विक्रेताआें पर नकेल कसने के आदेश दिए, साथ ही पड़ोसी राज्यों से आने वाली शराब पर विशेष नजर रखने को कहा, क्योंकि इससे राजस्व का नुकसान हो रहा है। बैठक में नागपुर ने अवैध शराब अड्डों व मध्य प्रदेश से आने वाली शराब पर साल भर में की गई कार्रवाई का लेखा-जोखा पेश किया गया। चंद्रपुर, गड़चिरोली व वर्धा में शराब बंदी होने के बावजूद वहां शराब बिक्री होती है। राजस्व का बड़े पैमाने पर नुकसान हो रहा है।
लक्ष्य से ज्यादा मिला राजस्व
नागपुर जिले को साल 2020-21 के लिए 500 करोड़ का लक्ष्य था आैर यहां 508 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ है। लॉकडाउन का नागपुर में शराब बिक्री पर कोई असर होता दिखाई नहीं दिया। इस दौरान कामकाज पर संतोष जताया।
कार्यालय के लिए जगह ढूंढ़ें
बैठक में कहा गया कि जिले के उमरेड, वाड़ी व काटोल के कार्यालय किराए के कमरों में चल रहे हैं, इसलिए ऑफिस के लिए सरकारी जगह ढूंढ़ा जाय। इसके लिए जिला प्रशासन से मदद लेने के लिए कहा गया। कोरोनाकाल में कामकाज करने में आई दिक्कतों पर भी चर्चा हुई। कोरोना से विभाग के कई अधिकारियों की मौत हुई है।
Created On :   21 Jun 2021 3:56 PM IST