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सालभर से नहीं मिली सैलेरी, अफसर ने दी खुदकुशी की धमकी

डिजिटल डेस्क, छिंदवाड़ा। पिछले एक साल से सैलेरी नहीं मिलने से परेशान एक अधिकारी ने जनपद CEO पर प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए खुदकुशी की धमकी दी है। अधिकारी ने यह धमकी CEO के द्वारा मांगे गए एक स्पष्टीकरण के जवाब में दी है।
जनपद पंचायत परासिया में विकास विस्तार अधिकारी के पद पर पदस्थ एसपी ठाकुर ने आरोप लगाया कि कार्यपालन यंत्री जनपद पंचायत परासिया राजधर पटेल ने पिछले एक वर्ष से उन्हें सैलेरी नहीं दी है। अगस्त 2016 से लेकर अब तक उन्हें केवल 2 माह का सैलेरी मिला है। CEO जनपद परासिया के द्वारा अगस्त 2016 से अक्टूबर 2016 तक मेरा अवकाश स्वीकृत न कर अकार्य दिवस मान लिया गया, जबकि लगभग 204 दिन का अवकाश बचा हुआ है। इसके अलावा जनवरी 2017 से अब तक का सैलेरी भी नहीं दिया गया।
सैलेरी न मिलने के कारण विकास विस्तार अधिकारी का परिवार भूखों मरने की कगार पर आ गया है। दिन-दिन भर उन्हें भूखे रहकर कार्यालय में काम करना पड़ रहा है। फिर भी सैलेरी नहीं मिल रही। पीड़ित अधिकारी ने यह आरोप CEO के द्वारा दिए गए एक कारण बताओ नोटिस के जवाब में लगाए और जवाब की कॉपी मानव अधिकार और एसपी को भी भेजी है। अधिकारी ने धमकी दी है कि उनकी हालत खुदकुशी करने जैसी हो गई है और उन्होंने खुदकुशी की तो इसके जिम्मेदार जनपद CEO ही होगें।
6 अधिकारी-कर्मचारियों को एक साल से नहीं मिली सैलेरी
विकास विस्तार अधिकारी सहित जनपद पंचायत परासिया में 6 और भी ऐसे अधिकारी-कर्मचारी हैं, जिन्हें एक साल से सैलेरी नहीं मिली है। इनमें सहायक विकास विस्तार अधिकारी नानाजी बल्कि, उमेश पातुरकर, बल्वंत युवनाती, सुखराम इवनाती को 6 माह से सैलेरी नहीं मिली है और रविन्द्र खोबरागड़े को एक साल से सैलेरी नहीं मिली है। इसके आलावा रवींद्र खोबरागड़े ने सैलेरी न मिलने की शिकायत की तो उसे अमरवाड़ा जनपद कार्यालय अटैच कर दिया गया है।
CEO जनपद परासिया राजधर पटेल ने मामले में कहा कि जिन अधिकारियों को सैलेरी नहीं मिल रहा है, उनका कार्य संतोषजनक नहीं है। कई बार शिकायतें मिली हैं और निर्देशित कार्यों का निर्वहन भी नहीं किया जा रहा है, इसीलिए जिला पंचायत से ही सैलेरी रूका हुआ है। उधर विकास विस्तार अधिकारी एसपी ठाकुर ने कहा कि CEO अपनी तानाशाही चला रहे हैं और हमारी गतल शिकायतें उच्चाधिकारियों से की गई है, कई कर्मचारियों के 12 से 13 महीनों तक के सैलेरी रूकी हुई है। यही हाल रहा तो खाने के लाले पड़ जाएंगे।
Created On :   11 July 2017 9:28 PM IST