नोटों की बरसात के लिए खास तरह का उल्लू चाहता था युवक, 15 लाख गंवाने के बाद किया सुसाइड

a man committed suicide due to special owl for the lot of money
नोटों की बरसात के लिए खास तरह का उल्लू चाहता था युवक, 15 लाख गंवाने के बाद किया सुसाइड
नोटों की बरसात के लिए खास तरह का उल्लू चाहता था युवक, 15 लाख गंवाने के बाद किया सुसाइड

डिजिटल डेस्क, मुंबई। 15 लाख रुपए देने के बाद भी दस नखूनों वाला उल्लू पक्षी न मिलने के चलते एक युवक ने आत्महत्या कर ली।  मामले में दो आरोपियों को बांबे हाईकोर्ट ने जमानत देने से इंकार कर दिया है। दोनों आरोपियों ने युवक से 15 लाख रुपए  लिए थे और वादा किया था कि यह उल्लू उसके यहां नोटों की बरसात कर देगा। पैसे लेने के बाद भी जब आरोपी आकाश व संजय गजधाने ने उल्लू नहीं दिया तो उसने निराशा के चलते 16 मार्च 2018 को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

सुसाइड नोट से हुआ खुलासा
बदलापुर पुलिस स्टेशन ने मामले की जांच के दौरान युवक के घर से  सुसाइड नोट बरामद किया और उसके आधार पर तीन लोगों के खिलाफ युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। गिरफ्तारी के बाद से जेल में बंद तीनों आरोपियों ने हाईकोर्ट में जमानत के लिए आवेदन दायर किया। जस्टिस प्रकाश नाइक के सामने जमानत आवेदन पर सुनवाई हुई। सरकारी वकील ने आरोपियों की जमानत का विरोध करते हुए कहा कि इन तीनों आरोपियों की वजह से पीड़ित शख्स ने आत्महत्या की है। आत्महत्या से पहले लिखे पत्र में शख्स ने अपने आत्मघाती कदम के लिए जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा कई गवाहों के बयान भी इस प्रकरण में आरोपियों की संलिप्तता को दर्शाते हैं।

धमकी से परेशान था युवक
मामले के आरोपियों ने मृतक का पैसा  लौटाने की बजाय उसे झूठे मामले में फंसाने की धमकी भी दी थी। मामले में महिला आरोपी ने तो मृतक के खिलाफ छेड़खानी का झूठा मामला दर्ज करने की धमकी दी थी। इसलिए इन्हें जमानत न दी जाए। वहीं आरोपियों के वकील ने आत्महत्या से पहले लिखे गए पत्र की प्रमाणिकता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि इस पत्र को प्रमाणिक नहीं माना जा सकता है। इसके अलावा इस मामले की जांच पूरी हो चुकी है पुलिस ने आरोप पत्र दायर कर दिया है। मेरे मुवक्किल गिरफ्तारी के बाद से जेल मे है। इसलिए इन्हें जमानत दी जाए। मामले से जुड़े दोनों पक्षों को सुनने के बाद जस्टिस ने सिर्फ महिला को जमानत दे दी जबकि दो आरोपियों जमानत देने से इंकार कर दिया। जस्टिस ने कहा कि आत्महत्या पहले लिखा गया पत्र इतने विस्तार से लिखा गया है कि घटना के एक दिन बाद इसके साथ छेड़खानी होने की संभावना को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। 

Created On :   10 Nov 2018 12:19 PM GMT

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