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एक माह बाद वन विभाग के चार अधिकारियों और कर्मियों के खिलाफ अपराध दर्ज

डिजिटल डेस्क, अमरावती। ठीक एक माह पूर्व चिखलदारा क्षेत्र के वनविभाग आदिवासी बहुल क्षेत्र में दो युवक मछली पकड़ने गए थे। इस बीच गश्त लगा रहे वनविभाग के अधिकारी व कर्मी वहां पहुंचे। तभी एक युवक वहां से भाग निकला था, लेकिन अंकुश मावस्कर नामक युवक वनकर्मियों के हाथ लगा था। जिसे गालीगलौज करते हुए गरम सलाख से दागने का मामला सामने आया था। मामले में चिखलदरा पुलिस ने एक माह बाद वनविभाग के चार अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ एट्रासिटी का मामला दर्ज किया गया है। जानकारी के मुताबिक धारणी क्षेत्र के धुलघाट रेलवे निवासी अंकुश गोरलाल मावस्कर (26) और उसके दो दोस्त आनंद कास्देकर के साथ तेल्हार तहसील के हनुमान वारी गांव से सटे तालाब में मछली पकड़ने गया था। शाम 6 बजे तक तीन युवक वहीं थे।
पप्पू और आनंद तालाब के किनारे बैठे थे। जबकि अंकुश ने तालाब में उतरकर मछली का जाल बिछाया। उसी बीच वहां पर सोनाला वनविभाग के अधिकारी-कर्मचारी पहुंचे। पप्पू और आनंद को पकड़कर अंकुश को आवाज देने को कहा। जैसे ही अंकुश बाहर आया तो पप्पू और आनंद वहां से भाग निकले। इसके पश्चात वनकर्मियों ने अंकुश को पकड़कर गालीगलौज की और वहीं चूल्हे पर रखी गरम सलाख से अंकुश के पैर और हाथ तथा पेट को दाग दिया, लेकिन अंकुश ने भी वहां से भागने का प्रयास करते हुए तालाब में छलांग लगाई और वहीं दूसरी ओर से निकल कर जख्मी अवस्था में घर पहुंचा। हालत नाजुक होने से वह 12 घंटे तक बेहोश रहा। इसके पश्चात उसे धारणी के अस्पताल में दाखिल किया गया। जिसके बाद अमरावती रेफर करने के पश्चात मामला सामने आया। विधायक राजकुमार पटेल ने इस संदर्भ में उचित कार्रवाई की मांग की थी। जबकि आदिवासी क्षेत्र के लोग भी इस घटना से आक्रोषित थे। आखिरकार जांच के पश्चात सोमवार को देर शाम जांच अधिकारी भाऊलाल ठाकरे की शिकायत पर वनविभाग के वनरक्षक शेलार, वनरक्षक माहुरकर, बंडूलकर व श्रीराम बेठेकर के खिलाफ एट्रासिटी एक्ट तथा जान से मारने का प्रयास के चलते मामला दर्ज किया है।
Created On :   28 Sept 2022 2:06 PM IST