34 हल्का, 60 गांव को जोड़कर छतरपुर नगर नई तहसील गठित

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
34 हल्का, 60 गांव को जोड़कर छतरपुर नगर नई तहसील गठित

डिजिटल डेस्क, छतरपुर। जिले में छतरपुर नगर के नाम से नई तहसील का गठन किया गया है। यह तहसील 1 जनवरी 19 से अपने अस्तित्व में आ जाएगी। मप्र शासन राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव ने आदेश जारी कर छतरपुर तहसील के राजस्व हल्का छतरपुर अ, छतरपुर ब, महेबा और ईशानगर के कुछ पटवारी हल्का अलग करके नई छतरपुर नगर के नाम से नई तहसील का गठन किया गया है। 17 दिसंबर को जारी आदेश में 34 पटवारी हल्का और 60 गांव अलग करके इस नई तहसील का गठन किया गया है।

1 जनवरी से अस्तित्व में आएगी छतरपुर नगर तहसील
मप्र शासन राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव हरिरंजन राव ने 17 दिसंबर को आदेश क्रक्रमांक एफ/34/2018/सात-6 जारी करते हुए छतरपुर नगर नई तहसील का गठन किया है। प्रमुख सचिव ने मध्यप्रदेश भू राजस्व संहिता 1959 की धारा 13 (उपधारा 2) का प्रयोग करते हुए वर्तमान छतरपुर तहसील के 34 पटवारी हल्का अलग करते हुए छतरपुर नगर नाम से नई तहसील का गठन किया है। यह तहसील 1 जनवरी 19 से अस्तित्व में आ जाएगी। 1 जनवरी से छतरपुर तहसील कार्यालय में ही अब दो तहसीलदार बैठेंगे इसमें एक तहसीलदार छतरपुर और दूसरा तहसीलदार छतरपुर नगर का होगा।

शहर के आसपास के गांव छतरपुर नगर तहसील में शामिल
राजस्व प्रमुख सचिव हरिरंजन राव द्वारा जारी आदेश में छतरपुर नगर तहसील में छतरपुर तहसील के राजस्व निरीक्षक मंडल छतरपुर अ के पटवारी हल्का क्रक्रमांक 55 से 75 तक और 77, छतरपु ब के 21 से 25, महेबा के 50 से 54 और ईशानगर राजस्व निरीक्षक मंडल के 48 और 49 पटवारी हल्का शामिल किए गए हैं। इनमें छतरपुर के पठापुर, सौरा, गौरगांय, हमां, कैड़ी, खौप, मोरबा, बारी, निवारी, कांटी, सरानी, बरकौहां, बरायचखेरा, थरा, गंगायच, अतनियां, गठेवरा, मौराहा, गुरैया, बृजपराु, रौरा और पटवारी हल्का क्रमांक 77 कदारी को शामिल किया गया है। छतरपुर अ के पटवारी हल्का क्रक्रमांक 76 दालौन छतरपुर तहसील में ही रहेगा। इस तरह से कुल 34 पटवारी हल्का के 60 गांवों को नई तहसील में शामिल किया गया है। इस संबंध में एडीएम डीके मौर्य का कहना है कि 1 जनवरी से छतरपुर शहर के नाम से नई तहसील अस्तित्व में आ रही है। जब तक नये भवन की व्यवस्था नहीं होती है तब तक इसे वर्तमान तहसील भवन में संचालित किया जाएगा।

 

Created On :   26 Dec 2018 2:02 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story