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मोटापा कम करने किया ऑपरेशन , 150 डॉक्टरों के सामने दिखाया लाइव, उसी मरीज की मौत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मोटापा कम करने के चक्कर में एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। बता दें कि महिला का आपरेशन सफल होने का दावा किया गया। मेयो अस्पताल में मोटापा (बैरियाट्रिक सर्जरी) कम करने के विषय पर गत 30 सितंबर को डॉक्टरों की कांफ्रेंस की गई। इसमें विदर्भ से 150 से अधिक डॉक्टर शामिल हुए। इसके लिए एक्सपर्ट के रूप में जालंधर से डॉ. जी. एस. जम्मू आए थे। कांफ्रेंस के दौरान रश्मि नामक महिला का ऑपरेशन किया गया, जिसका लाइव डॉक्टरों को दिखाया गया और गाइडेंस किया गया। उस दौरान सब कुछ ठीक-ठाक बताया गया और डॉ. जम्मू ऑपरेशन कर वापस लौट गए। बताया जाता है कि डॉ. आतिश बनसोड़ ने महिला का उपचार किया, लेकिन अचानक महिला की तबीयत खराब हो गई और 4 अक्टूबर को उसकी मौत हो गई। महिला का मानकापुर घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन इस मामले में महिला के पति ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मौत की खबर का पता चलने पर जब डॉ. बनसोड़ से पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि मरीज सीरियस है। डॉक्टर के बयान से उपचार में गड़बड़ी होने की आशंका को बल मिलता है।
ऑपरेशन के बाद गिरती गई हालत
मोटापा कम करने के लिए ऑपरेशन से पेट छोटा किया गया। इस प्रक्रिया में 170 सेंमी. अांत को जोड़ा गया। ऑपरेशन के बाद टांके की स्थिति जानी गई, सब कुछ ठीकठाक था। कोई लीकेज वगैरह नहीं है, इस बात की पुष्टि की गई। दो दिन बाद पल्स रेट चेक करने पर सही पाया गया। मंगलवार को एक्स-रे भी करवाया गया। इसमें भी कुछ नहीं मिला। अचानक उसी शाम पल्स रेट बढ़ने लगी और मरीज का स्वास्थ्य गिरने लगा। तब सीटी स्कैन करने पर लीकेज दिखाई दिया। डॉ. आतिश बनसोड़ ने तत्काल डॉ. जम्मू को फोन कर उनसे सलाह ली। उनकी सलाह पर बुधवार की सुबह फिर से आपॅरेशन करने पर अंतड़ी के जोड़ में छेद पाया गया। इसके चलते पेट में 3 लीटर पस, पित्त और पानी निकला। पल्स रेट कम होने से उसे बढ़ाने के लिए उपचार किया गया, जिसे मेडिकल की भाषा में नॉरएड कहा जाता है। इसके बाद मरीज की हालत ठीक-ठाक थी। गुरुवार को फिर अचानक तबीयत बिगड़ गई। मेयो में स्पेशलिस्ट नहीं रहने से बाहर से एक्सपर्ट को बुलाया गया। हालात काबू से बाहर हो जाने पर गुरुवार की रात उसने दाम तोड़ दिया।
4 मरीजों का किया गया है ऑपरेशन
30 सितंबर को मेयो अस्पताल में मोटापे की समस्या पर डॉक्टरों की कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। संपूर्ण विदर्भ से 150 से अधिक डॉक्टरों ने कांफ्रेंस में हिस्सा लिया। ऑपरेशन से मोटापा कैसे कम किया जा सकता है, इस संबंध में जालंधर से आए डॉ. जम्मू ने डॉक्टरों का मार्गदर्शन किया। ऑपरेशन का डॉक्टरों को लाइव दिखाया गया। उपस्थितों की समस्याओं का जवाब देकर समाधान किया गया। 4 मरीजों का आॅपरेशन किया गया। इसमें 2 पुरुष और 2 महिला मरीजों का समावेश रहा। आशीर्वाद नगर, इंदोरा निवासी संजय सोनी की पत्नी रश्मि का भी ऑपरेशन किया गया था। ऑपरेशन के दूसरे दिन 1 अक्टूबर को रश्मि के पेट में दर्द होने लगा। 2 अक्टूबर की दोपहर तबीयत ज्यादा खराब हो गई। डॉक्टरों ने उपचार शुरू किया, लेकिन उसकी तबीयत लगातार गिरती जा रही थी। डॉ. आतिश बनसोड़ की निगरानी में उपचार चल रहा था। हालात गंभीर होने पर 4 अक्टूबर को वेंटिलेटर पर रखा गया। उसी रात 2.30 बजे उसने दम तोड़ दिया।
अांत उल्टी पाई गई
ऑपरेशन करने पर मरीज के पेट में अांत उल्टी बाजू में पाई गई। उसमें यह समस्या जन्मजात थी। कॉम्पलिकेशन की वजह से ऐसी आशंका रहती है। (डॉ. सुनील लांजेवार, सर्जरी विभाग प्रमुख, मेयो अस्पताल)


Created On :   6 Oct 2018 2:19 PM IST